पटना. राज्य में सातवें चरण के पंचायत चुनाव में एक बार फिर महिलाओं ने मतदान के मामले में पुरुषों से बाजी मारी है. सातवें चरण में राज्य के 37 जिलों के 63 प्रखंडों में मतदान कराया गया. इसमें कुल 62.14 प्रतिशत मतदान हुआ. महिलाओं ने 65.58 प्रतिशत जबकि 58.70 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया. मतदान के बाद आयोग ने सातवें चरण में सात निर्वाचन क्षेत्रों में पुनर्मतदान कराने की घोषणा की. इसमें सारण जिले के एक पदों के लिए दोबारा मतदान बुधवार को कराया जायेगा जबकि अन्य पदों का पुनर्मतदान की तिथि निर्धारित की जायेगी.
अररिया- 65.88
औरंगाबाद- 61.50
बांका – 64.35
बेगूसराय – 67.01
भागलपुर – 67.45
भोजपुर – 63.64
बक्सर – 60.20
दरभंगा – 54.83
गया – 72.50
गोपालगंज – 55.66
जहानाबाद – 64.32
जमुई – 60.50
कैमूर – 54.00
कटिहार – 60.87
खगड़िया – 62.73
किशनगंज – 65.85
लखीसराय – 62.95
मधेपुरा – 68.09
मधुबनी – 59.27
मुंगेर – 66.07
मुजफ्फरपुर – 61.27
नालंदा – 61.47
नवादा – 60.96
पश्चिम चंपारण – 65.21
पटना – 58.57
पूर्णिया – 63.53
पूर्वी चंपारण – 62.94
रोहतास – 66.00
सहरसा – 63.25
समस्तीपुर – 61.02
सारण – 50.68
सीतामढ़ी – 62.17
सीवान – 59.01
शेखपुरा – 61.69
शिवहर – 63.51
सुपौल – 66.65
वैशाली – 53.60
राज्य निर्वाचन आयुक्त डा दीपक प्रसाद ने बताया कि पांच पदों पर पुनर्मतदान प्रत्याशियों की मृत्यु के कारण हुआ है जबकि सारण जिला के जलालपुर प्रखंड के समहौता पंचायत के बूथ संख्या 102 और रेवाड़ी पंचायत के बूथ संख्या 117 व 118 पर पंचायत समिति सदस्य पद के लिए दूसरे क्षेत्र के इवीएम लगाये जाने के कारण मतदान को स्थगित करना पड़ा.
इसी प्रकार कैमूर जिला के पहड़िया पंचायत के मुखिया प्रत्याशी, पूर्वी चंपारण जिला के उझीलपुर के मुखिया प्रत्याशी, पश्चिम चंपारण जिला के मैनाटांड प्रखंड के इनरवा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य प्रत्याशी और वैशाली जिला के गोरौल प्रखंड के सोन्धो दुल्लह पंचायत के ग्राम पंचायत सदस्य के निधन के कारण फिर से मतदान कराया जायेगा.
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि सातवें चरण में 27730 पदों के लिए मतदान कराया गया जिसमें कुल 101984 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में कैद हो गयी है. उन्होंने बताया इस चरण में कुल 3389 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद के 134 प्रत्याशी, ग्राम कचहरी पंच पद के 3249 प्रत्याशी, पंचायत समिति सदस्य पद के पांच प्रत्याशी और ग्राम कचहरी पद के एक प्रत्याशी शामिल है. नामांकन नहीं होने के कारण 217 पदों पर फिर से चुनाव कराया जायेगा.
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि सातवें चरण में कुल 18723 लोगों का बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं होने के कारण मतदान से रोका गया. पारदर्शी मतदान को लेकर इस चरण में कुल 397 बूथों से लाइव बेवकास्टिंग की गयी. कंट्रोल रूम में कुल 29 मामलों में शिकायत प्राप्त हुई. मतदान के दौरान कुल 575 इवीएम बदले गये.
उन्होंने बताया कि बूथ पर हंगामा व मारपीट को लेकर तीन शिकायतें प्राप्त हुई. मुखिया व अन्य व्यक्तियों द्वारा मतदान प्रभावित करने के दो मामले, वोगस वोटिंग के दो मामले, प्रत्याशी के धांधली के एक मामले, बूथ कैप्चरिंग के तीन मामले, गश्ती दंडाधिकारी द्वारा गावं के व्यक्ति के घर पर लोगों के सत्यापित कराने के एक मामले, पीठासीन पदाधिकारी द्वारा इवीएम के बटन दबाने के एक मामले, पोलिंग एजेंट द्वार वोट देने के एक मामला शामिल है.
इसके साथ ही मुखिया प्रत्याशी द्वारा साड़ी वितरण का एक मामला, इवीएम अंधेरे में होने का एक मामला, बंदूक के साथ कड़ा होकर मतदाताओं को धमकाने का एक मामला, बिजली व्यवस्था नहीं होने का एक मामला, नेपाली उपद्रवी द्वारा बूथ पर हंगामा करने का एक मामला और मतदान के दस्तावेज को पीठासीन पदाधिकारी द्वारा अमान्य घोषित करने का एक मामला शामिल है. सातवें चरण में सर्वाधिक क्षेत्रों में मतदान कराया गया. इस चरण में सर्वाधिक 50 हजार से अधिक इवीएम का प्रयोग किया गया.
इनपुट : प्रभात खबर