मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के अंतर्गत बिहार को 350 एंबुलेंस लाभुकों को सौंपने के साथ-साथ पटना में 50 सीएनजी बस सेवा को हरी झंडी दिखाकरा पटना के संवाद से इसे रवाना किया। उन्होंने कहा कि कोरोना में किसी को समस्या नहीं हो इस पर सरकार काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम परिवहन योजना के अंतर्गत एंबुलेंस सेवा शुरू होने से ग्रामीण इलाकों में लोगों को इसका लाभ मिलेगा। सीएनजी बसों के परिचालन से प्रदूषण को कम से कम करने में सहूलियत होगी, पर्यावरण को सुरक्षित रखने में एवं राजधानी को प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद करेंगी।
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में एम्बुलेंस सेवा के लिए पहले चरण में 350 लाभुकों का चयन किया गया है। अक्टूबर तक 800 एम्बुलेंस सेवा शुरू करने का लक्ष्य है, जबकि दिसंबर तक 1000 से अधिक लाभुकों को नई एम्बुलेंस के लिए 2 लाख तक अनुदान देने की योजना है।
नई बसें गांधी मैदान से दानापुर बस स्टैंड, गांधी मैदान से दानापुर रेलवे स्टेशन, गांधी मैदान से बिहटा आईआइटी, गांधी मैदान से पटना साहिब स्टेशन और गांधी मैदान से दानापुर हांडी साहेब गुरुद्वारा के बीच चलेंगी। आरंभ में 20 बसों को सीएनजी में बदला गया था। उन्होंने कहा 2022 तक पटना की सभी सीटी डीजल बसों को सीएनजी में बदल दिया जाएगा।
सभी सीएनजी बस जीपीएस, सीसीटीवी, पैनिक बटन आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यात्रियों को मार्गों की जानकारी के चार डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए गए हैं। बसों के अंदर मोबाइल चार्ज करने की भी व्यवस्था है। बस में चालक समेत कुल 32 सीटें हैं। जीपीएस से बस के वास्तविक स्थान का पता लगाना संभव होगा। आपातकालीन स्थिति में पैनिक बटन उपयोगी होगा। सभी बसों में तीन-तीन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।