भारत-नेपाल बॉर्डर क्षेत्र से रहस्यमय ढंग से लापता होकर सुर्खियों में रही बिहार की एक महिला मुखिया वापस लौट आईं हैं. महिला मुखिया के कोर्ट पहुंचने की सूचना के साथ ही इलाके में सनसनी फैल गई. सामने आते ही उसने कहा कि वह अपने प्रेमी के साथ नहीं भागी थी. बल्कि अपनी बहन के यहां नेपाल के सिरनिया चली गई थी.
मुखिया के पति ने उसके अपहरण का मामला दर्ज कराया था लेकिन वापस लौटने के बाद महिला मुखिया ने पुलिस के सामने अपने ही पति पर मारपीट का आरोप लगा दिया है. महिला मुखिया ने कहा कि अपने पति के अत्याचार से तंग होकर ही वह नेपाल चली गई थीं. लेकिन अब महिला मुखिया के वापस आने से नया विवाद पैदा हो गया है.
दरअसल, खोपराहा पंचायत के ग्रामीणों का कहना है कि अब वो मुखिया नहीं रही. इसलिए वह दोबारा मुखिया पद का चुनाव करवाना चाहते हैं. दूसरी ओर महिला मुखिया का पति मुखिया के प्रेमी की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. उधर महिला मुखिया ने कहा कि उसे अपने छोटे-छोटे बच्चों की याद आ रही थी. 15 दिन बाद वापस लौटी महिला मुखिया के आने से उसके परिजन बहुत खुश हैं. सीतामढ़ी पुलिस ने महिला मुखिया को तुरंत कोर्ट में पेश किया. जहां उसने अपने पति पर ही मारपीट का आरोप लगा दिया. दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि महिला का प्रेमी भी उसके साथ वापस लौटा है.
चुनाव के दौरान शुरू हुई लव स्टोरी
बता दें, ग्रामीणों का कहना है कि 9 मार्च को महिला मुखिया रेखा देवी अपने प्रेमी संजय कापर के साथ फरार हो गई थी. मुखिया के इस तरह अचानक से गायब हो जाने से इलाके में हड़कंप मच गया था. दबी जुबान से महिला मुखिया और उनके प्रेमी की लव स्टोरी छन-छन बाहर आने लगी. ग्रामीणों के मुताबिक, पंचायत चुनाव के दौरान दोनों करीब आए और चुनाव जीतने के बाद एक दिन भाग निकले.
तीन-तीन बच्चों को छोड़ गई थी अकेला
फरार होने के 6 दिन बाद 15 मार्च को महिला मुखिया के पति ने संजय कापर और उसके भाई पर के खिलाफ अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई. महिला ने अपने तीन-तीन मासूम बच्चों की भी परवाह नहीं की. फिर शिकायत के बाद पुलिस ने महिला मुखिया की तलाश शुरू की तो पाया कि वह नेपाल में है. लेकिन महिला अब खुद ही अचानक से वापस आ गई है. जिसके बाद से इलाके में हर कहीं इसी को लेकर चर्चा है.
इनपुट : आज तक