पिछले तीन दिनों से सूबे में कहीं भारी तो कहीं अतिभारी बारिश का सिलसिला जारी है। पिछले 24 घंटों में राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश मुजफ्फरपुर के बैरिया में 233.5 मिमी दर्ज की गई। नवादा के नरहट में 146.8 मिमी, वैशाली के महुआ में 145.2 मिमी, पश्चिम चंपारण के चटिया में 138.4 मिमी, गोपालगंज के 119.6 मिमी, बक्सर में 117.5 मिमी, मुजफ्फरपुर के मुसहरी में 113.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में ठनका गिरने का अलर्ट जारी किया है। वहीं शुक्रवार को पटना समेत इसके आसपास के क्षेत्रों में भी आकाश में घने बादल छाए रहने के साथ रुक-रुक कर बारिश होती रही। पटना में दिन भर में 4.8 मिमी बारिश हुई है।

क्यों हो रही इतनी बारिश

प्रदेश में हो रही बारिश के कारण तापमान में भी तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। मौसम विभाग केंद्र पटना के अनुसार दक्षिण बिहार एवं इसके आसपास स्थित निम्न दबाव का क्षेत्र शनिवार को पश्चिम बिहार एवं इससे सटे पूर्वी उत्तरप्रदेश की ओर खिसका है। वहीं साइक्लोनिक सर्कुलेश समुद्रतल से 7.6 किमी तक फैला है। दूसरी ओर एक चक्रवाती परिसंचरण जो बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में स्थित था, वह दक्षिण-पश्चिम की ओर खिसक गया है।

ये होगा असर

अगले दो दिन चक्रवाती हवा के साथ बारिश की स्थिति बनी रहने वाली है। रविवार को उत्तरी बिहार के जिलों में बिजली चमकने के साथ मेघ गर्जन, जबकि पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर में अतिभारी वर्षा का पूर्वानुमान है। वहीं 36 घंटों के दौरान राज्य में 40 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान है। साथ ही राज्य के कई जिलों में ठनका गिरने का अलर्ट है। चार अक्टूबर से मौसम में सुधार हो सकता है।

मानसून की वापसी में हो सकती है देरी

प्रदेश में मानसून की वापसी होने में कुछ वक्त लगेगा। बिहार से मानसून के विदा होने का समय 10 अक्टूबर है। मानसून की वापसी 10 से 15 अक्टूबर तक होने की संभावना है।

इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, किशनगंज, कटिहार, सुपौल, अरिरया, मधेपुरा, पूर्णिया

Input : live hindustan

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