पटना. प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य में निवेश की संभावनाएं तेजी से बन रही हैं. हाल ही में हुई राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की 28 वीं बैठक में 551.40 करोड़ के 31 नये निवेश प्रस्तावों को फर्स्ट क्लीयरेंस दे दिया गया है. 31 नये प्रस्तावों में आधे 15 प्रस्ताव खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े हैं.
इन निवेशों के धरातल पर उतर जाने पर प्रदेश में करीब पांच हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और इसका करीब तीन गुना लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार हासिल होगा.
आधिकारिक जानकारों के मुताबिक, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन की सक्रियता से निवेश प्रस्तावों पर विभागीय तकनीकी अड़चनें तेजी से खत्म हुई हैं.
विशेष बात यह है कि अधिकतर निवेश प्रस्ताव स्थानीय निवेशकों के हैं. यह सुखद बदलाव है. फिलहाल 31 नये प्रस्तावों में खाद्य प्रसंस्करण के 15 प्रस्तावों के अलावा विनिर्माण क्षेत्र की 10 इकाइयों, प्लास्टिक एवं रबड़ की तीन इकाइयों, लकड़ी उत्पाद, अक्षय ऊर्जा एवं टेक्सटाइल से संबंधित एक-एक इकाई को फर्स्ट क्लीयरेंस दी गयी है.
उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले माह तक सेकेंड क्लीयरेंस भी दे दिया जायेगा. इसके अलावा निवेश प्रोत्साहन पर्षद ने नौ विशेष प्रस्तावों को वित्तीय क्लीयरेंस देने पर भी सहमति दी गयी है. इन नौ छोटी-छाेटी कंपनियों का कुल निवेश 108.05 करोड़ रुपये का है.
विशेष तथ्य
- फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी यूनिट पूर्णिया जिले के हर्दा, बक्सर के अहिरवली, दरभंगा, नकटिया और जिवधारा पीपरकोठी, ईस्ट चंपारण, पटना मराची बायपास , सैदपुरा बेगूसराय,फुलवारी शरीफ, बोध गया, मुजफ्फरपुर ,सुपौल, मधुबनी, जमुई में प्रस्तावित हैं.
- यह कंपनियां मुख्य रूप से मैंगो जूस और कार्बोनेटेड ,फ्लोटिंग फिश फीड्स, राइस मिल, मशरूम उत्पाद, मल्टी पल कोल्ड स्टोरेज, बायो गैस, मेज बेस्ड सिलैज फॉर कैटल, बेकरी प्रोडक्ट,फ्लोर मिल आदि से संबंधित उत्पाद बनायेंगी. इसके अलावा बोध गया में वाटर पार्क, फतुहा में सीमेंट,मधुबनी में मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पीटल में भी निवेश प्रस्तावित है.
- किशनगंज के चुरौली ठाकुरगंज में 72 लाख रुपये का निवेश ग्रीन टी प्लांट लगाने के लिए निवेश प्रस्ताव को क्लीयरेंस दिया गया है.
- जिन विशेष नौ कंपनियों को वित्तीय क्लीयरेंस दी गयी है, उनमें सात कंपनियां फूड प्रोसेसिंग की हैं.
मुजफ्फरपुर में प्लांट लगाने का प्रस्ताव
मुजफ्फरपुर में कैटल फीड बनाने के लिए प्लांट लगाने का प्रस्ताव आया है. यह प्लांट छत्तीसगढ़ की एक कंपनी करने जा रही है. रविवार और सोमवार को इस कंपनी के प्रबंधन से जुड़े शीर्ष लोगों ने उद्योग विभाग के अफसरों से मुलाकात की है. दोनों के बीच सहमति बन चुकी है.
कंपनी ने निवेश के लिए आवेदन दिया है. यह कंपनी मक्का से कैटल फीड बनायेगी. इस तरह उस इलाके में मक्का उत्पादक किसानों के दिन फिरने वाले हैं. विभागीय जानकारों के मुताबिक किसानों की समृद्धि के लिहाज से बड़ा निवेश साबित हो सकता है.
इनपुट : प्रभात खबर