बिजनौर में सड़क बनाने में एक भ्रष्टाचार की नई तस्वीर सामने आई है, जिसमें सड़क का शुभारंभ होने के लिए फोड़े जाने वाला नारियल तो नहीं फूटा, लेकिन वह सड़क उस जगह से जरूर टूट गई जहां सड़क शुभारंभ करने के लिए नारियल फोड़ा जा रहा था. अब अधिकारी पूरी सड़क की जांच की बात कर रहे हैं.
यह भ्रष्टाचार की कहानी यूपी के बिजनौर जनपद की है, जहां पर सिंचाई विभाग द्वारा नहर की पटरी पर एक करोड़ 16 लाख की लागत से 7 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जानी थी. यह सड़क हल्दौर के मुख्य चौराहे से नवादा तुल्ला गांव की ओर नहर की पटरी पर बनी थी. इस पटरी के सहारे कड़ापुर, झालपुर, उलेढा, और हीमपुर दीपा को जोड़ना था.
यह सड़क अभी 7 किलोमीटर के स्थान पर मात्र 700 मीटर ही बन पाई थी कि विभाग ने 700 मीटर बन चुकी सड़क का शुभारंभ कराने के लिए सदर विधायक सूची मौसम चौधरी को बुलाया था. बीती शाम 4:00 बजे सदर विधायक अपने पति ऐश्वर्या मौसम चौधरी के साथ सड़क का शुभारंभ करने के लिए मौके पर पहुंच गई थी.
विधिवत पूजा के बाद जब उनको तोड़ने के लिए नारियल दिया गया तो विधायक में जैसे ही नारियल को सड़क पर तोड़कर सड़क शुभारंभ करने का प्रयास किया तो नारियल तो नहीं टूटा लेकिन उस जगह से सड़क जरूर टूट गई और वहां बजरी उखड़ कर इधर-उधर बिखर गई. इस बात पर विधायक नाराज हो गई और उन्होंने सड़क शुभारंभ का कार्यक्रम टाल दिया.
फिर गांव वालों की शिकायत पर सड़क के मानक की जांच कराने के लिए वहीं बैठ गई और तुरंत पूरे मामले से डीएम उमेश मिश्रा को अवगत कराया गया. डीएम उमेश मिश्रा ने विधायक की बात सुनने के बाद पीडब्ल्यूडी के नेतृत्व में एक टीम बनाते हुए सड़क की जांच कराने का आश्वासन देते हुए टीम को मौके पर भेजा.
मौके पर पहुंची टीम ने विधायक के सामने ही सड़क खोदकर उसके सैंपल ले लिए और उनको लैब में जांच के लिए भेजने की बात कही. विधायक सूची मौसम चौधरी ने कहा कि इससे हमारी सरकार की छवि खराब हो रही है और जांच के बाद इस मामले में कार्यवाही भी कराई जाएगी.
उधर सड़क बनवाने वाले सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता विकास अग्रवाल ने फोन पर बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है और पूरे मामले की जांच कराई जा रही है, इसके लिए सड़क मटेरियल का नमूना लिया गया है, जो जांच के लिए भेजा जा रहा है, अगर गड़बड़ी मिलती है तो इसमें कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
इनपुट : आज तक