कानपुर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (आयकर विभाग) ने कानपुर में दो बड़े कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई की है. समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं पर एक्शन के बाद अब आयकर विभाग की टीम ने बड़े इत्र कारोबारी पीयूष जैन और पान मसाला कारोबारी केके अग्रवाल के घर और ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी रकम बरामद की है. केवल इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी में करीब 160 करोड़ रुपए मिले हैं और अभी छापेमारी का सिलसिला बीते 24 घंटे से जारी है.
समाजवादियों का नारा है
— Sambit Patra (Modi Ka Parivar) (@sambitswaraj) December 24, 2021
जनता का पैसा हमारा है!
समाजवादी पार्टी के कार्यालय में समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले पीयूष जैन के यहाँ GST के छापे में बरामद 100+ करोड़ कौन से समाजवाद की काली कमाई है? pic.twitter.com/EEp7H5IHmt
बताया जा रहा है कि कानपुर के जूही थानाक्षेत्र के आनंदपुरी में रहने वाले इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से अबतक की छापेमारी में आईटी टीम को 160 करोड़ से अधिक रुपयों की बरामदगी हुई है. हालांकि, अभी भी गिनती जारी है और अभी फाइनल आंकड़ा नहीं आया है. हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि केके अग्रवाल के ठिकानों से कितने पैसों की बरामदगी हुई है. छापेमारी के दौरान इनकम टैक्स की टीम अपने साथ नोट गिनने वाली मशीन साथ लेकर पहुंची है. पैसों को गिनते हुए वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो चुकी है.
#WATCH | As per Central Board of Indirect Taxes and Customs chairman Vivek Johri, about Rs 150 crores have been seized in the raid, counting still underway.
— ANI (@ANI) December 24, 2021
Visuals from businessman Piyush Jain's residence in Kanpur. pic.twitter.com/u7aBTJhGxW
बताया जा रहा है कि नोटों की गिनती के लिए एसबीआई के अधिकारियों की मदद ली जा रही है, जिसके बाद बरामद हुए रुपयों की सही जानकारी मिल पाएगी. बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन और पान मसाला कारोबारी केके अग्रवाल के घर और अभी भी छापेमारी की कार्रवाई जारी है. आईटी टीम के साथ अहमदाबाद से आई डीजीजीआई की टीम भी इस अभियान में शामिल है.
In the raid at the premises of a prominent Kanpur perfume businessman, 25 such boxes have been brought to stash money recovered to the tune of over Rs 100 crores. Four currency counting machines have been deployed since yesterday. pic.twitter.com/IDHW2qFU02
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) December 24, 2021
दरअसल, आरोप है कि कई फ़र्ज़ी फर्मों के नाम से बिल बनाकर कंपनी ने करोड़ो रुपयों की GST चोरी की. पीयूष के घर से 200 से अधिक फर्जी इनवॉइस और ई-वे बिल मिले हैं. पीयूष जैन के घर मे बड़ी तादात में बक्से मंगवाये गए हैं. छापेमारी के दौरान जीएसटी चोरी का भारी खेल सामने आया है. वहीं इनकम टैक्स और जीएसटी विभाग ने 12 से ज्यादा संदूक मंगाए हैं ताकि करोड़ों रुपए रखे जा सकें. इन रुपयों को गिनने के लिए अभी तक 6 मशीनें लाई गई हैं और मौके पर बैंकों से पीएसी और पुलिस बल मौजूद हैं.
कारोबारियों पर आईटी टीम की रेड पर बीजेपी की प्रतिक्रिया आई है और पार्टी ने सपा से कारोबारियों के संबंध जोड़े हैं. यूपी भाजपा ने ट्वीट कर कहा, ‘यह है सपाइयों का असली रंग. समाजवादी इत्र से ‘भ्रष्टाचार की गंध’ छिप नहीं पाई अखिलेश जी. करोड़ों-करोड़ों का काला धन आपके झूठे समाजवाद की पोल खोल रहा है. इत्र की विशेषता खुशबू होती है. मगर यदि इत्र सपा वालों के हाथ लग जाये तो वे इसकी महक को भी मार देते हैं. सपा मतलब- यत्र (इत्र), तत्र, सर्वत्र भ्रष्टाचार. सपा मतलब भ्रष्टाचार… ये नई नहीं, वही सपा है.’
वहीं, समाजवादी पार्टी ने आरोपों से इनकार कर दिया है. सपा के मीडिया कंसलटेंट आशीष यादव ने ट्वीट कर कहा कि कानपुर के कारोबारी के घरों में पड़े छापे से सपा का कोई नाता नहीं है. समाजवादी इत्र और समाजवादियों से कारोबारी का कोई नाता नहीं है. कानपुर में कारोबारी के घर पर पड़े छापे को सपा से जोड़ना गलत है.
Source : News18