पटनाः Bihar-Jharkhand Bus Service : अब Bihar से Jharkhand के लिए सफर और आसान होने वाला है. इसके लिए दोनों राज्यों की सरकारें एक परिवहन समझौता कर रही हैं, जिसके तहत दोनों राज्यों के बीच बसें कवेक्टिविटी का जरिया बनेंगी. उत्तर बिहार के आठ जिलों से झारखंड के लिए समझौते के तहत बसों का परिचालन होना है.
सूबे के करीब 200 रूट झारखंड से बस मार्ग से जुड़ेंगे. कम से कम बिहार सरकार बिहार-झारखंड के 200 रूट पर सरकारी बस चलाने की योजना बना रही है, ताकि निजी ट्रांसपोर्टरों को टक्कर दी जा सके.
बैठक के बाद तय होगी समय सारिणी
जानकारी के मुताबिक, परिवहन विभाग के राज्य परिवहन आयुक्त के कार्यालय के उप परिवहन आयुक्त ने पत्र जारी किया है. बताया जाता है कि मुजफ्फरपुर से रांची, टाटा, धनबाद और बोकारो के लिए बसें चलेंगी. हालांकि, इन रूटों पर पहले से दो दर्जन से अधिक निजी बसों का परिचालन भी हो रहा है.
लेकिन, इन बसें का किराया निजी ऑपरेटरों से 10-25 फीसदी कम होगा. बसों के लिए समय-सारणी भी बैठक के बाद तय की जाएगी. एक रूट पर कितनी बसों का परिचालन एक जिले से होगा, यह भी बैठक के बाद तय हो सकेगा.
इन रूटों पर चलेंगी बसें
सामने आया है कि मुजफ्फरपुर के अलावा चंपारण के मोतिहारी से दो और बेतिया से एक रूट पर बसें चलेंगी, जो टाटा के लिए मुजफ्फरपुर होकर चलेगी. वहीं सीतामढ़ी से टाटा और बोकारो, दरभंगा से रांची, बोकारो और टाटा के लिए बसों का परिचालन होगा. समस्तीपुर से टाटा और मधुबनी से टाटा और बोकारो के लिए बस सेवा शुरू होगी.
इनमें से अधिकतर बसें मुजफ्फपुर, हाजीपुर, पटना आदि होकर रांची, बोकारो, टाटा और धनबाद के लिए चलेंगी.
निजी ट्रांसपोर्टर्स से मांगे आवेदन
बिहार-झारखंड के बीच बसों का परिचालन शुरू करने के लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने निजी ट्रांसपोर्टरों से भी आवेदन मांगे थे. ये आवेदन उन रूटों के लिए हैं, जहां अभी बसें नहीं चल रही हैं. हालांकि आनलाइन आवेदन की तिथि 22 अक्टूबर और मूल प्रति जमा करने की तारीख 26 अक्टूबर ही थी.
लेकिन इसमें कितने आवेदन आए, किसके नहीं. किसे मंजूरी मिली, इन सब बातों का पता 19 अक्टूबर सोमवार के बाद ही पता चल सकेगा. सोमवार को इस संबंध में परिवहन आयुक्त बैठक करने वाले हैं.
Source : Zee news