जैसा कि पिछले कुछ समय से चर्चाओं का बाजार गर्म है कि पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें तेजी से बढ़ सकती है। रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि चुनावों के कारण ही बीते चार महीने से ईंधन के दाम स्थिर हैं। इस पर चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद पेट्रोलियम मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि चुनावों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव न होने से कोई संबंध नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने कही ये बड़ी बात
पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की अटकलों के बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि, यह कहना कि देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के कारण हमने कीमतें नहीं बढ़ाई थीं। यह कहना बिल्कुल गलत होगा। उन्होंने कहा कि तेल की कीमतों को लेकर कंपनियों को तय करना है, क्योंकि उन्हें भी बाजार में बने रहना है। तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार तय होती है।
युद्ध का नहीं होने देंगे असर
केंद्रीय मंत्री पुरी ने आगे कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण हम भारत में तेल की कमी नहीं होने देंगे। आगे हम जो भी निर्णय लेंगे वह हम अपने नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए लेंगे। गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 12 दिनों से युद्ध जारी है और इस युद्ध का बड़ा असर कच्चे तेल की कीमतों पर देखने को मिल रहा है। कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 140 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम में वृद्धि के रूप में देखने को मिल सकता है।
इनपुट : अमर उजाला