नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की 125वीं जंयती पर विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम ममता बनर्जी एक साथ शामिल हुए,लेकिन जब सीएम ममता बनर्जी को भाषण के लिए आमंत्रित किया गया, तो दर्शकों ने जयश्री राम के नारे लगाए. इससे वह भड़क गईं और अपना वक्तव्य नहीं रखा. उन्होंने कहा कि उन्हें संस्कृति विभाग ने आमंत्रित किया था, लेकिन जिस तरह से दर्शकों को आमंत्रित किया गया है. इससे लगता है कि यह पार्टी का प्रोग्राम है. इस तरह से सरकारी कार्यक्रम में बुलाकर बेइज्जत करना ठीक नहीं है. वह विरोध में कुछ नहीं कहेंगी. बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम ममता बनर्जी के साथ विक्टोरिया मेमोरियल का परिभ्रमण किया.
इस अवसर पर राज्यपाल जगदीप धनखड़, संस्कृति और पर्यटन मामलों के मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और बाबुल सुप्रियो सहित अन्य उपस्थित थे.
केंद्र सरकार (Central Govt) हर साल उनकी जयंती 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ (Prakram Diwas) के रूप में मनाने का फैसला किया है, हालांकि ममता बनर्जी ने इसका विरोध किया है. उन्होंने नेताजी जयंती को देशनायक दिवस के रूप में मनाने की मांग की है.
दिल्ली कोलकाता से आकर नमन कर रहा है
संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, “नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस घोषित करने के लिए आपका अभिनंदन करता हूं. 125वीं वार्षिकी पर नेताजी को स्थान मिलना चाहिए था. वह नहीं मिला है. शोध और खोज पूरा करने के बाद ही हम अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर पाएंगे. नेताजी ने कहा था कि कोलकाता से दिल्ली चलो. आज स्वयं दिल्ली कोलकाता की धरती पर आकर नमन कर रहा है.”
Input : Tv9 भारतवर्ष
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