बिहार विधान परिषद में बुधवार को सभापति की मंजूरी मिलने के बाद लोजपा का भाजपा में विलय हो गया। बता दें कि सोमवार (22 फरवरी 2021) को विधान परिषद में लोजपा की इकलौती विधान पार्षद और राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू की पत्नी नूतन सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया था। नूतन सिंह के भाजपा में आते ही परिषद में अब लोजपा का प्रतिनिधित्व शून्य हो गया। नूतन के लोजपा से भाजपा में शामिल होते ही विधान परिषद में अब पार्टी के 21 विधान पार्षद हो गए। हालांकि अब भी जदयू सबसे बड़ी पार्टी है। उसके 23 सदस्य हैं।

गौरतलब है कि 18 फरवरी 2021 को लोजपा से पहले ही बागी हो चुके प्रदेश महासचिव केशव सिंह के नेतृत्व में लोजपा के पांच महासचिव, दो प्रकोष्ठ अध्यक्ष, कई जिलाध्यक्ष समेत कुल 208 नेताओं ने जदयू का दामन थाम लिया।

अकेले हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के 77 नेता जदयू में शामिल हुए। आरसीपी सिंह ने लोजपा से आने वालों का स्वागत करते हुए कहा था कि जदयू समाजवादी विचारधारा पर चलने वाली देश की एकमात्र पार्टी है, जिसमें परिवारवाद और वंशवाद की कोई जगह नहीं। अगर आप में प्रतिभा है, आप दल के प्रति निष्ठावान हैं और मेहनत से काम करते हैं तो जदयू में किसी भी पद को पा सकते हैं। भरोसा दिलाया कि सबको जदयू सम्मान देगा।

लोजपा से आए नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान पर जमकर निशाना साधा। रामनाथ रमन ने आरोप लगाया कि चिराग पासवान पंजाबी ठग हैं और पार्टी अब ठगों का गिरोह है। आरोप लगाया कि रामविलास पासवान को दो महीने अस्पताल में बंदी बनाकर रखा गया। इसकी जांच होनी चाहिए। केशव सिंह ने आरोप लगाया कि चिराग देश के सबसे बड़े कॉरपोरेटर हैं। वे आठ कंपनियों के मालिक और 4 ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। इनकम टैक्स चोरी का भी आरोप लगाया। कहा कि वे चिराग के घोटालों का दस्तावेजों के साथ पर्दाफाश करेंगे।

इनपुट : हिंदुस्तान

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