पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के घर आज डबल खुशी का माहौल है. डबल खुशी इसलिए क्योंकि आज लालू यादव और राबड़ी देवी की शादी की सालगिरह है. साथ ही बेटी रोहिणी आचार्य का जन्मदिन भी है. सोशल मीडिया पर शादी की सालगिरह और जन्मदिन की बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है. सभी अपने-अपने तरीके से सभी पूर्व मुख्यमंत्री और रोहिणी आचार्य को बधाई दे रहे हैं.
तीन साल बाद परिजनों के साथ हैं लालू
बता दें कि ये दोनों मौका इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि तीन साल बाद लालू यादव इस बार जेल से बाहर हैं. चारा घोटाला मामले में जमानत मिलने के बाद लालू यादव फिलहाल दिल्ली में बड़ी बेटी मीसा भारती के घर में हैं. पत्नी राबड़ी देवी और तेजस्वी भी वहीं हैं.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर दंपति को शादी की सालगिरह की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “राजद सुप्रीमो लालू यादव और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जी को शादी की 48वीं सालगिरह की शुभकामनाएं. आप हमेशा स्वास्थ्य और खुशहाल रहकर जनता की सेवा करें ईश्वर से यही कामना है.”
राजद सुप्रिमो @laluprasadrjd जी और पूर्व मुख्यमंत्री @RabriDeviRJD जी को शादी की 48 वीं सालगिरह की शुभकामनाएँ।
आप हमेशा स्वास्थ्य और खुशहाल रहकर जनता की सेवा करे ईश्वर से यही कामना है।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) June 1, 2021
सुशील मोदी ने साधा निशाना
हालांकि, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी खुशी के माहौल में भी लालू परिवार पर निशाना साधने से नहीं चूके. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” लालू प्रसाद को शादी की सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं. इस मौके पर उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने अपने मुख्यमंत्री रहते हुए सहरसा और कुछ अन्य स्थानों पर जो रेफरल अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलवाये थे, वे उनकी पत्नी राबड़ी देवी के कार्यकाल में ही क्यों जर्जर होकर बंद हो गए?”
लालू प्रसाद को शादी की सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएँ।
— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) June 1, 2021
इस मौके पर उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने अपने मुख्यमंत्री रहते हुए सहरसा व कुछ अन्य स्थानों पर जो रेफरल अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलवाये थे,वे उनकी पत्नी राबड़ी देवी के कार्यकाल में ही क्यों जर्जर होकर बंद हो गए?
उन्होंने कहा, ” लालू प्रसाद ने जिस रेफरल अस्पताल की फोटो ट्वीट की है, उसका निर्माण घटिया था और वहां डाक्टर-नर्स की कोई व्यवस्था न होने से वह उद्घाटन के बाद से ही बंद था. एनडीए सरकार आने पर उस परिसर में नया अस्पताल बना.”
Source : abp news