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मुजफ्फरपुर, पर्यावरण संतुलन के लिए पेड़ पौधों के साथ-साथ पशु पक्षियों का होना भी अनिवार्य है. गोरैया घरेलू चिड़िया है, जो घर आंगन में सुबह सवेरे फुदकती हुई आती है. जिसे देखकर केवल बच्चे ही नहीं हर आदमी प्रसन्न होते हैं. विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर ही अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस भी है. व्यक्ति प्रसन्न रहे, दूसरों को भी प्रसन्न करें, उसका आधार है – प्रशंसा. अपने भी गुण गायें, दूसरों के भी गुण गायें और भगवान के भी गुण गायें तभी प्रसन्नता आएगी. दूसरों के अंदर गुण देखने की दृष्टि होगी तो वातावरण खुशनुमा होगा.

आज के दिन हम प्रेरणा लें कि हम अपने आसपास रहने वालों की विशेषता देखेंगे. केवल देखे ही नहीं, गुण गायें भी. गुण गाएंगे तो गुणवान बनेंगे. प्रशंसा करेंगे तो प्रसन्न रहेंगे. और औरों को प्रसन्न करेंगे भी. ये बातें आमगोला रोड स्थित सुख शान्ति भवन में वरिष्ठ राजयोगिनी बीके रानी दीदी ने कहा.

साहित्यकार एवं कवि डॉ संजय पंकज ने कहा – हम प्रकृति के साहचर्य एवं अपने शुभ भावों से ही प्रसन्न होते हैं. उन्होंने अध्यात्मिक जीवन को श्रेष्ठ बताते हुए कहा कि इसी से हमारे भीतर प्रसन्नता एवं करुणा का भाव आता है. भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार को तिलक एवं शॉल से आशीर्वाद देते हुए बीके रानी दीदी ने उनके मंगलमय जीवन की कामना की और प्रेरित किया कि सदा मानवीय सेवा करते हुए प्रसन्न रहें.

अपने भावोद्गार में रंजन कुमार ने कहा कि यह ईश्वरीय विश्व विद्यालय बचपन से ही हमें प्रभावित करता रहा है. यहां आकर बहुत शांति का अनुभव करता हूं. दीदी का आशीर्वाद हमारी ताकत है. मुख्य रूप से समाजसेवी एचएल गुप्ता, अनिल कुमार शर्मा, डॉ फनीश चंद्र, बीके महेश, बीके सीता बहन, बीके पदमा बहन, बीके भास्कर उपस्थित थे.

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