भारतीय वायु सेना का एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया। हालांकि, भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज जारी है। वह गंभीर रूप से घायल हैं।
हेलीकॉप्टर हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इकलौते सर्वाइवर हैं। मिड एयर इमरजेंसी के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित हो चुके हैं
— Abhinav Pandey (@Abhinav_Pan) December 8, 2021
वो अभी गंभीर रूप से घायल हैं,सांसे… मौत से लड़ रही हैं।बताया जा रहा है कि ज्यादा झुलसने से बच गए,मगर जख्म गहरे हैं। आज की रात उनके लिए दुआ की रात है।🙏 pic.twitter.com/2PrQ4CKXen
शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह सम्मान 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए मिला था।
सुलुर वायुसेना स्टेशन से भरी थी उड़ान
इससे पहले जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी।
सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक
भारतीय सेना का Mi-17V5 सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है
इनपुट : अमर उजाला