मुजफ्फरपुर, शहरवासियों के लिए जलजमाव नासूर बन गया है। गली-मोहल्लों में जमा पानी नहीं निकलने से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। नगर निगम जमा पानी निकालने में पूरी तरह से अक्षम साबित हो रहा है। जनप्रतिनिधि और अधिकारी कठघरे में हंै। लोगों में उनके खिलाफ भारी नाराजगी है। अमरूद बगान, रज्जू साह लेन, केदारनाथ रोड, दास कालोनी, कालीबाड़ी रोड, रामबाग रोड, सर सीपीएन कालोनी, विश्वविद्यालय प्रेस कालोनी, रामराजी रोड, स्कूल रोड माड़ीपुर, डा. रामचंद्र पूर्वे गली, गन्नीपुर धुनिया गली, केंद्रीय विद्यालय कालोनी, आनंदपुरी, बीबी गंज समेत शहर के कई मुहल्लों में जमा पानी निकलने का नाम नहीं ले रहा।
पिछले डेढ़ माह से इन मुहल्लों में बारिश का पानी जमा है। बारिश नहीं होने पर जितना पानी निकलता है, उससे कई गुणा बारिश होते ही वहां फिर से भर जाता है। जमा पानी अब महामारी की आशंका पैदा कर रहा है। लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता में हैं। वे इस पीड़ा से मुक्ति के लिए गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं। संबंधित इलाके के पार्षद भी बेबस हो चुके हैं। उन्हें चुनाव की चिंता सता रही है। जलजमाव के कारण उनको लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है।
रज्जू साह लेन निवासी सुरेश कुमार का कहना है कि मोहल्ले से जमा पानी नहीं निकल रहा है। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो चला है। वार्ड पार्षद नाला की उड़ाही के लिए निगम प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं। स्कूल रोड निवासी राकेश कुमार ने कहा कि जलजमाव के कारण मोहल्ले की एक बड़ी आबादी परेशानी है। उनका घरों से निकलना मुश्किल हो चला है। गली में नाला है, लेकिन उससे होकर पानी अब नहीं निकल रहा है। अमरूद बगान निवासी नम्रता कुमारी का कहना है कि डेढ़ माह से मोहल्ला तालाब बना हुआ है। लोग घरों नहीं निकल पा रहे हंै। बीमार लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने तक में परेशानी हो रही है। कोई भी सवारी मोहल्ले में जाने को तैयार नहीं। बीबी गंज निवासी संजय कुमार सिंह ने कहा कि जलजमाव से शहर की एक बड़ी आबादी पीडि़त है। इसकी परवाह न जनप्रतिनिधियों को है और न ही निगम के अधिकारियों को। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। सालों से लोग जलजमाव की पीड़ा झेल रहे हंै। शासन-प्रशासन सिर्फ समस्या से निजात की बात करता है, निजात दिलाता नहीं।
इनपुट : जागरण