मुजफ्फरपुर, जिला समन्वय समिति, पोषण अभियान की बैठक गुरुवार को जिला अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें 0 से 6 वर्ष के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री माताओं के पोषण एवं स्वास्थ्य को और अधिक मजबूत करने हेतु सरकार के सभी कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन हेतु सभी विभागों यथा समेकित बाल विकास सेवाएं, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, आपूर्ति, जीविका, शिक्षा, पंचायती राज, आयुष, कृषि, वन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, केयर इंडिया, पीरामल, यूनिसेफ एवं अन्य विभाग के पदाधिकारियों की उपस्थिति में वर्ष 2022-23 के उपलब्धियों की समीक्षा एवं आगामी कार्य योजना की तैयारी हेतु बैठक आयोजित की गई।
उक्त बैठक नवजात एवं किशोर बच्चों के पोषण, भेजन एवं पोषण, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, पेयजल स्वच्छता एवं सफाई, कृमि मुक्त, किशोरी बच्चियों का पोषण, मातृत्व स्वास्थ्य एवं पोषण, प्रारम्भिक बाल्यावस्था की देखभाल एवं शिक्षा, वास्तविक समय में निगरानी एवं क्षमता निर्माण पर केन्द्रित करना, इन सभी कार्यक्रमों को और बेहतर ढंग से वास्तविक लाभार्थियों तक पहुँचाने का प्रयास किए जाने के संबंध में सभी पदाधिकारियों द्वारा अपना-अपना पक्ष एवं सुझाव रखा गया।
उक्त बैठक में अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने हेतु सभी परियोजनाओं से एक-एक सेविकाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। साथ हीं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, ढ़ोली (मुरौल) एवं औराई को पोषण ट्रैकर में अच्छे कार्यों के लिए, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, गायघाट को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, साहेबगंज को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, मुशहरी सदर को प्रशासनिक कार्यों में सहयोग के लिए जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा प्रशस्ति प्रदान कर सम्मानित किया गया।
उपरोक्त कार्यों का संचालन एवं अन्य प्रशासनिक कार्यों के नेतृत्व एवं सहयोग के लिए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी-सह-नोडल पदाधिकारी, महिला विकास निगम, श्रीमती चाँदनी सिंह को जिला पदाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उपरोक्त कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक, राष्ट्रीय पोषण मिशन सुश्री सुषमा सुमन एवं जिला परियोजना सहायक श्री मनीष कुमार के द्वारा किया गया। मौके पर उप विकास आयुक्त महोदय, सिविल सर्जन, जिला पंचायती पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जन सम्पर्क पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।