मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी राष्ट्रीय राजमार्ग अब फोरलेन बनेगा. इसकी प्रशासनिक कवायद तेजी कर दी गयी है. नवंबर तक डीपीआर तैयार होगी. अगले साल यानी 2023 में टेंडर प्रक्रिया कर चयनित एजेंसी के माध्यम से मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण शुरू होगा. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय स्तर से इसकी प्रशासनिक कार्रवाई हो रही है. इसके अलावा एनएच28 में चांदनी चौक से मुजफ्फरपुर सुधा डेयरी होते हुए कांटी छिन्नमस्तिका मंदिर तक बने डेंजर जोन (ब्लैक स्पॉट) को खत्म करने के लिए एक अंडरपास व सर्विस रोड का निर्माण होगा. साथ ही कांटी सुधा डेयरी के पास नया फ्लाइओवर भी बनेगा. इन दोनों जगहों पर लगातार सड़क दुर्घटनाओं के कारण लोगों की जान जा रही है.
नवंबर तक बनेगी DPR, 2023 में टेंडर के बाद शुरू होगा निर्माण कार्य
मंत्रालय ने रोड सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर मां छिन्नमस्तिका मंदिर के पास लाइट व्हीकल अंडरपास (एलवीयूपी) के साथ सर्विस रोड बनाने के लिए डीपीआर तैयार करायी है, जिसकी निविदा प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इसके अलावा एनएच 28 व 57 के बीच बने टी-जंक्शन के कारण हमेशा सड़क दुर्घटना की आशंका रहती है. इसे रोकने के लिए सुधा डेयरी के पास नया फ्लाइओवर का निर्माण होगा. इसके लिए मंत्रालय ने सीपीसीएल कंस्ट्रक्शन एजेंसी की नियुक्ति की है, जो सर्वे कर डीपीआर बनाने के काम में जुटी हुई है.
सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए उठाये जा रहे ये कदम
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-102 के छपरा-रेवा घाट के फकीरा चौक तक सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जगह-जगह चेतावनी बोर्ड लगाया जा रहा है. साथ ही एनएच-77 व 22 के निर्माणाधीन बाइपास का निर्माण पूरा हो जाने से ट्रैफिक लोड कम हो जायेगा, जिससे दुर्घटनाएं रुकेंगी.
सर्विस रोड से अतिक्रमण हटाने का निर्देश
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-122 (पुराना-28) मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर के गोबरसही और दिघरा व काजीइंडा के पास लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चेतावनी वाला साइन बोर्ड लगाने के साथ पेडेस्ट्रियन क्रॉसिंग व रंबल स्ट्रीप का निर्माण कराया गया है. भविष्य में सड़क की चौड़ाई बढ़ाने व बाइपास निर्माण के साथ गोबरसही के पास सर्विस रोड से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया है.
पांच सड़कों पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं
मुजफ्फरपुर से निकले समस्तीपुर, सीतामढ़ी, मोतिहारी व रेवा रोड में पताही के आसपास हो रही लगातार सड़क दुर्घटनाओं की शिकायत है. इससे बीते दो माह के अंदर एक दर्जन से ज्यादा मौतें हुई हैं. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के पास जब यह मामला पहुंचा, तो जिन पांच प्वाइंट्स पर सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, उन सभी प्वाइंट्स पर चेतावनी वाले साइन बोर्ड, रंबल स्ट्रीप, पेडेस्ट्रियन क्रॉसिंग, रोड स्टड आदि की व्यवस्था की गयी है.
पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिख कर 25 मई को इसकी शिकायत की थी. मात्र पांच दिनों के अंदर ही पूर्व मंत्री ने जिन-जिन प्वाइंट्स पर सड़क लगातार दुघर्टनाएं होने की जिक्र करते हुए आवश्यक कार्रवाई की मांग की थी, उन सभी प्वाइंट्स पर मंत्रालय की तरफ से की जा रही कार्यों से अवगत कराते हुए जवाब भेजा गया है.
इनपुट : प्रभात खबर