मुजफ्फरपुर, शादी-विवाह का मौसम चल रहा है. इसमें शहर के 150 से अधिक विवाह भवनों में बुकिंग फुल है. इन विवाह भवनों में आयोजित होनेवाले शादी समारोह में वर-वधू पक्ष से प्रतिदिन एक लाख तीन हजार लोग औसतन शामिल हो रहे हैं. विवाह भवनों में लाखों का खर्च करके लगाये गये महंगे पंडाल व जयमाला सेट के साथ-साथ यहां जुटनेवाली लोगों की भीड़ की अग्नि सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है. अगर अगलगी की घटना यहां होती है, तो जबतक चंदवारा स्थित फायर स्टेशन से अग्निशमन विभाग की टीम पहुंचेगी, तब तक सैकड़ों लोगों की जान जा सकती है.

लापरवाही…

अग्नि सुरक्षा के नाम पर विवाह भवनों में मात्र पांच से दस फायर एक्सटंग्यूसर रखे दिख रहे हैं. प्रभात खबर की टीम ने जब शनिवार को शहर के विवाह भवनों की अग्नि सुरक्षा की पड़ताल की तो शहर के 90 प्रतिशत विवाह भवन जहां, शादी, रिशेप्शन, तिलक, मुंडन, जनेऊ आदि समारोह होते हैं, वहां अग्नि सुरक्षा का पालन नहीं किया गया था. रामदयालु व खबड़ा इलाके में खुले आधा दर्जन बड़े विवाह भवनों में फायर सेफ्टी का इंतजाम दिखा.

प्रबंधन से सवाल पूछा तो निकाल कर ले आया फायर एक्सटंग्यूसर

सिकंदरपुर स्थित एक बड़े विवाह भवन के प्रबंधक से पूछताछ की गयी तो उनका कहना था कि हमारे यहां सब कुछ का इंतजाम है. इसके बाद अपने स्टाफ को भेजकर चार-पांच फायर एक्सटंग्यूसर ले आया. उसको दिखाते हुए कहा कि अगर आग लगेगी तो इसी की मदद से बुझा देंगे.

पटना में अगलगी की घटना के बाद मुख्यालय ने कराया था अलर्ट

पटना के बेली रोड स्थित महराजा गार्डन में पिछले शादी समारोह के दौरान हुई भीषण अगलगी की घटना के बाद से मुख्यालय अलर्ट हो गयी है. जिला अग्निशमन पदाधिकारी को पत्र भेज विवाह भवनों की फायर ऑडिट करके रिपोर्ट भेजने को कहा है. साथ ही 15 दिनों के अंदर अग्नि सुरक्षा के तय मानकों को पूरा करने को कहा गया है.

विवाह भवनों में अग्नि सुरक्षा के लिए तय हैं ये मानक

• विवाह भवन में 10-10 मीटर पर एक फायर एक्सटंग्यूसर होना चाहिए

• डाउन कमर सिस्टम

• वेट राइजर सिस्टम

• होज रिल

• होज बॉक्स एवं होज एवं ब्रांच

• स्प्रींकलर

• स्मॉक डिटेक्शन सिस्टम

• फायर अलार्म सिस्टम

• पब्लिक एड्रेस सिस्टम

• भवन में ग्लो सिनेज( एक्जिट व इंट्री साइन )

• ओवरहेड व भूतल पानी टैंक

जानें क्या कहते हैं जिला अग्निशमन पदाधिकारी

शहर के अधिकांश विवाह भवनों में फायर सेफ्टी के मानकों का खयाल नहीं रखा जा रहा है. पूर्व में किये गये फायर ऑडिट में उनको अग्नि सुरक्षा का इंतजाम करने को कहा गया था. पटना के विवाह भवन में अगलगी की घटना के बाद अब फिर से सभी विवाह भवनों का फायर ऑडिट किया जायेगा. -गौतम कुमार, जिला अग्निशमन पदाधिकारी

इनपुट : प्रभात खबर

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