मुजफ्फरपुर, एईएस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर बुधवार को एईएस कोर कमेटी की बैठक समाहरणालय सभागार में हुई। इसमें जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने गठित सभी 6 कोषांगों को दिए गए उत्तरदायित्व एवं कार्यो के समीक्षा की। जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ने एईएस कोषांग के कार्यो की जानकारी देते हुए कहा कि क्षमता वर्धन एवं प्रशिक्षण देने का कार्य अब समाप्ति पर है।
जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि शत् प्रतिशत सभी लोगों को प्रशिक्षित करें। 20 मार्च तक यह कार्य पूर्ण कर लें। सभी शेष बचे हुए शिक्षकों, आंगनबाड़ी सेविकाओं, आशा, एएनएम को माॅप अप गाॅवों में प्रशिक्षित करे। 20 मार्च तक सभी नोडल अपने कोषांग का संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर ले। जिला स्तर पर भी प्रति दिन प्रचार-प्रसार जागरूकता गतिविधियां कराये। प्रखंडों एवं पंचायतों में चल रहे जागरूकता कार्यक्रम का फोटोग्राफ्स अनिवार्य रूप से प्रतिवेदित करे।
प्रत्येक प्रखंड में पंचायतों से वाहन टैगिंग की भी समीक्षा हुई। वाल पेंटिंग, हैण्ड बिल वितरण, होर्डिंग-फ्लैक्स, वल्व एसएमएस आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराये साथ ही फॉलो अप और फोटोग्राफ्स के साथ फीडबैक प्राप्त करे। डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टर एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। एसकेएमसीएच कंट्रोल रूम 0621-2233868 तथा सदर अस्पताल कंट्रोल रूम 0621-2266055, 2266056 कार्यरत है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक प्रखंड में पदाधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा प्रत्येक शनिवार पंचायत के गांवों में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसका फोटोग्राफ्स तथा फीडबैक प्रतिवेदन समर्पित करने का निदेश दिया गया।
तीन धमकियाँ हमेशा याद रखो
1 खिलाओ बच्चों को रात में भोजन जरूर कराएं और, साथ में कुछ मीठा भी खिलाएं
2 जगाओ सुबह सवेरे जागें और बच्चों को भी जगा कर देख लें कि उनकी तबियत ठीक है।
3 अस्पताल ले जाओ बुखार, तेज सरदर्द, बेहोशी/चमक, बदन में ऐंठन जैसे कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत 102 पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाएं या उपलब्ध गाड़ी से नजदीकी अस्पताल ले जाएँ।
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