मुजफ्फरपुर, पिछले मानसून में अतिवृष्टि के कारण मुजफ्फरपुर शहर में जलजमाव की स्थिति का सामना आम नागरिकों को करना पड़ा था. जलजमाव की समस्या का निराकरण करने की दिशा में जिला प्रशासन, नगर निगम, बुडको के अधिकारी, एन एच ई आई, और रेलवे परस्पर समन्वय के साथ काम करते हुए जलजमाव से संबंधित समस्या के निराकरण की दिशा में प्रभावी कदम उठावे ताकि आम आवाम को आने वाले मानसून के समय में उक्त समस्या से रूबरू नहीं होना पड़े। इस संबंध में सरकार के स्तर से आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा. उक्त बात माननीय उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने शहर में जल जमाव की समस्या के निराकरण के मद्देनजर आहूत एक महत्वपूर्ण बैठक में कहीं।

उक्त बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आहूत की गई थी जिसमें माननीय राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय, पूर्व नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा,डीआर एम-रेलवे, प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार, जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत, नगर आयुक्त एवं अपर नगर आयुक्त, पूर्व विधायक कुढ़नी केदार गुप्ता, महापौर सुरेश कुमार, सदर विधायक विजेंदर चौधरी, बोचहां विधायक मुसाफिर पासवान के साथ अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं माननीय जनप्रतिनिधिगण तथा सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

माननीय उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में रेलवे लाइनों की स्थिति अर्धचंद्राकार स्थिति लिए हुए हैं। ऐसी स्थिति में रेलवे लाइन से संबंधित नाले का अवरुद्ध होने के कारण शहर में जल निकासी में समस्या आती है। ऐसे में रेलवे का सहयोग अपेक्षित है। कहा कि उम्मीद है कि रेलवे द्वारा संवेदनशीलता दिखाते हुए जलजमाव की समस्या के तत्कालीन और दीर्घकालिक निदान के मद्देनजर प्रभावी भूमिका निभाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर से जो भी आवश्यक सहयोग होगा वे निःसंदेह उपलब्ध कराए जाएंगे।

रेलवे के डीआरएम ने कहा कि तात्कालिक निराकरण की दिशा में सभी मुख्य नालों का सर्वे कराकर अधिक से अधिक मेनहोल रेलवे द्वारा प्रोवाइड कराया जाएगा एवं जल-जमाव और जल निकासी से संबंधित समस्या का स्थाई और दीर्घकालिक उपाय के मद्देनजर आज की बैठक के आलोक में रेलवे द्वारा प्रस्ताव उच्च स्तर पर अनुमोदनार्थ भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि जनहित में सभी आवश्यक सहयोग रेलवे के द्वारा प्रदान किया जाएगा।

इसके पूर्व नगर आयुक्त एवं अपर नगर आयुक्त के द्वारा शहर में जलजमाव की स्थिति की विस्तृत जानकारी पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई। धर्मशाला चौक, कटही पूल, माल गोदाम कलवर्ट, पांडे गली कल्वर्ट, सादपुरा रेलवे गुमटी से होकर मिठनपुरा तक का नाला, रेलवे गुमटी नंबर 2 से माड़ीपुर आरओबी तक रेलवे कल्वर्ट के पीछे का नाला, रामदयालु गुमटी के नजदीक का जल जमाव इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी बिंदुवार दी गई। उक्त सभी स्थलों पर तत्कालिक एवं दीर्घकालिक उपाय पर विचार विमर्श किया गया।
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि विभिन्न विभागों की एक संयुक्त कमेटी बनाते हुए सभी महत्वपूर्ण नालो का संयुक्त निरीक्षण 22 ,23 ,24 फरवरी को कराया जाएगा। निरीक्षण प्रतिवेदन के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। विशेषकर तत्काल समाधान की दिशा में अंतर- विभागीय समन्वय से प्रभावी कदम उठाया जाएगा ताकि इस बार मानसून में लोगों को जलजमाव की समस्या से रूबरू नहीं होना पड़े।

बैठक में इसके अतिरिक्त स्टेशन रोड में नाले के ऊपर अवस्थित दुकान है जिन्हें रेलवे द्वारा बंदोबस्त किया गया है ,उस सम्बन्ध में बताया गया कि वहां जलजमाव की विकट समस्या उत्पन्न होती है।बताया गया कि वह सड़क स्मार्ट सिटी के अंतर्गत लिया गया है। उन दुकानदारों को नोटिस देने के बात डीआरएम के द्वारा कही गई साथ ही उनके पुनर्वास पर थी मंथन किया गया।

इसके अतिरिक्त बैठक में शहर में अवस्थित सभी सुलिस गेटों के मरम्मती अचूक रूप से कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए मरम्मती के दिशा में अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।वही अपर नगर आयुक्त के द्वारा बताया गया कि सभी सुलिस गेट के पास ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन बनाने की आवश्यकता है। इस बिंदु पर भी बैठक में सहमति बनी है।

बैठक में बिंदुवार समस्याओं पर मंथन किया गया और उनके निराकरण के दिशा में प्रभावी कदम उठाने का निर्देश उप मुख्यमंत्री के द्वारा दिया गया। बैठक में बताया गया कि निगम क्षेत्र में नालियों की लंबाई लगभग 137. 17 किलोमीटर है जिसमें पक्का कवर ड्रेन 9.36 ,पक्का ओपन ड्रेन 116.55 किलोमिटर एवं कच्चा ओपन ड्रेन 11. 26 किलोमीटर है।

बैठक में रामदयालु के पास जलजमाव की समस्या पर भी मंथन किया गया। निर्णय लिया गया कि संयुक्त टीम साइट का निरीक्षण करेगी तत्पश्चात रेलवे से परमिशन लेते हुए अग्रेतरकार्रवाई की जाएगी। बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता अरुण कुमार शुक्ला, वार्ड पार्षद संजय केजरीवाल एवं केपी पप्पू ने भी अपनी बातों को रखा।

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