बिहार सरकार के द्वारा नगर निगम क्षेत्र में डीजल चलित वाहनों के परिचालन पर 30 सितंबर की मध्य रात्रि से रोक लगा दी गयी है. इसके लिए मुजफ्फरपुर परिवहन विभाग में प्रथम चरण में 7615 डीजल व पेट्रोल पर ऑटो को चिह्नित किया है. इसमें मात्र 40 पेट्रोल वाले ऑटो हैं, शेष डीजल वाले ऑटो हैं. बिहार स्वच्छ ईंधन योजना के तहत डीजल चलित तिपहिया वाहनों के लिए अनुदान की व्यवस्था की गयी है. इससे ऑटो चालक अपने लिए स्वच्छ ऊर्जा से चलने वाले ऑटो खरीद सकते हैं.
अनुदान के लिए जिला परिवहन विभाग द्वारा मुख्यालय को रिपोर्ट भेजते हुए अनुदान के लिए 15.23 करोड़ की मांग की गयी है. इस योजना के तहत डीजल या पेट्रोल चलने वाले तिपहिया वाहन को सीएनजी के साथ एक्सचेंज करने पर 40 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा. वहीं इन वाहनों में बैट्री चलित वाहन से प्रतिस्थापन करने पर 25 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा. वहीं पेट्रोल वाले वाहन को सीएनजी कीट रिट्रोफिटमेंट (कन्वर्जन ) कराने पर 20 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा.
डीटीओ सुशील कुमार ने बताया कि ऑटो चालक संघ के साथ बैठक कर उन्हें इसकी जानकारी दी गयी है. ये ऑटो शहर में नहीं चलेंगे, ग्रामीण क्षेत्र में चलेंगे. ऐसे में जो ऑटो चालक अपने वाहन को सीएनजी या इलेक्ट्रिक में कन्वर्जन कराते है या उसके साथ रिप्लेसमेंट करते है तो उन्हें इस अनुदान योजना के तहत लाभ मिलेगा.
परिवहन विभाग दोपहर में दो घंटे तक लिंक डाउन रहने के कारण पूरा काम काज बाधित रहा. इस सप्ताह में यह दूसरा दिन है जो लिंक खराब रहने के कारण काम प्रभावित हुआ है. सबसे अधिक परेशानी उस समय हो जाती है जब दूर से आये वाहन मालिक को उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल पाती है.
इनपुट : प्रभात खबर
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