जिले में दो वर्ष से नीचे के सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए आगामी सात फरवरी(प्रथम चक्र) से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान शुरू किया जाएगा। उक्त अभियान के सफलतापूर्वक आयोजन के मद्देनजर जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष से वर्चुअल मोड में बैठक की गई जिसमें सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
बैठक में सभी चिकित्सा पदाधिकारी,बीसीएम, आइसीडीएस के अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति सुनिश्चित की। बैठक में WHO के जिला प्रतिनिधि डॉ आनंद गौतम ने सात फरवरी से शुरू होने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।उनके द्वारा बैठक में इंद्रधनुष कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रिपोर्टिंग फॉर्मेट के बारे में भी जानकारी दी गई।
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि कोई भी शिशु छूटे नहीं इसकी योजना बना ली जाए। साथ ही जीविका की दीदियों एवं उसके संसाधन का भी जागरूकता के लिए प्रयोग किया जाए। पंचायत स्तर पर टीकाकरण समिति बनाई जाए तथा पूर्व की रणनीति पर कार्य किया जाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उन स्थलों की प्राथमिकता दी जाए जिन गांव तथा टोला में जहां नियमित टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं हुआ हो। कम आच्छादन वाले नियमित टीकाकरण सत्र तथा ऐसा टीकाकरण सत्र जहां विगत 6 माह में 2 या 2 बार से अधिक टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं किया गया हो।साथ ही ऐसा टीकाकरण सत्र जहां विगत एक वर्ष के अंदर काली खांसी, गलघोटू, खसरे का केस या आउटब्रेक पाया गया हो।
इसके अतिरिक्त ईट भट्ठा, दियारा क्षेत्र ,मलिन बस्ती इत्यादि जहां पर स्वतंत्र रूप से टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं होता हो उन्हें प्राथमिकता सूची में अवश्य कवर करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अभियान के प्रारंभ होने के पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/ शहरी प्लानिंग यूनिट पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में सभी चिकित्सा अधिकारियों , सीडीपीओ, स्वास्थ्य प्रशिक्षक, महिला पर्यवेक्षिका, एएनएम जनप्रतिनिधि, विकास मित्र एवं सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ सप्ताहिक बैठक में कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा अवश्य करना सुनिश्चित करें।
समीक्षा के उपरांत आंगनवाड़ी, आशा अन्य स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं को चिन्हित गांव के प्रत्येक घरों में सर्व एवं डीयू लिस्ट बनाने हेतु तिथि का निर्धारण कर लिया जाए। सभी संबंधित कर्मियों एवं पदाधिकारियों को सूक्ष्म कार्य योजना प्लान एवं रिपोर्टिंग के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाए। आंगनवाड़ी ,आशा जनप्रतिनिधि एवं विकास मित्रों को उनके क्षेत्र में होने वाले टीकाकरण संबंधित सूचना से अवगत कराया जाए। सभी चिन्हित क्षेत्रों में मोबिलाइजेशन हर हाल में करना सुनिश्चित किया जाए।
वही बैठक में उपस्थित सिविल सर्जन ने निर्देश दिया कि सभी घरों में सर्वे के पश्चात आशा फैसिलिटेटर ,पर्यवेक्षक के द्वारा सर्वे का सत्यापन कराया जाए एवं सभी घरों में सर्वे के पश्चात आशा एवं एएनएम द्वारा ड्यू लिस्ट में छुटे हुए लाभार्थियों का नाम अंकित कर डीयू लिस्ट को अपडेट किया जाय। सर्वे कार्य एवं अद्धतन डीयू लिस्ट का मूल्यांकन एवं सत्यापन प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, आशा फैसिलिटेटर, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, महिला पर्यवेक्षिका, एलएचभी एवं सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम की सफलता के मद्देनजर सभी आवश्यक गतिविधियों की तिथि भी निर्धारित कर दी गई है। 22 जनवरी तक माइक्रो प्लानिंग तैयार कर उपलब्ध करा देनी है। वही 25 जनवरी कम्युनिकेशन प्लान तथा 28 जनवरी तक सर्वे एवं मैपिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जाना है।
बैठक में उप विकास आयुक्त आशुतोष द्विवेदी सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ एके पांडे ,डीपीआरओ कमल सिंह सहित डीपीओ आईसीडीएस चांदनी सिंह, डीपीएम जीविका अनीशा सहित डब्ल्यूएचओ यूनिसेफ एवं केयर इंडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।