मुजफ्फरपुर, आइटीआइ कालेज परिसर में प्रियंका कुमारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में ब्लैकमेलिंग के बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है। जांच कर रहे पुलिस अधिकारी अनुज कुमार ने सर्विलांस सेल से प्रियंका के अलावा तीन मोबाइल नंबरों का तीन माह का काल डिटेल मांगा है। इसका उद्देश्य ब्लैकमेल करने वाले को चिह्नित किया जाना है। प्रियंका के स्वजनों ने पुलिस को बताया था कि एक अज्ञात नंबर से उसे काल करने के लिए मैसेज आता था। उससे वह चोरी-छिपे बात भी करती थी। इस बातचीत के बाद वह असहज हो जाती थी। पुलिस को आशंका है कि उसकी मौत के पीछे कहीं ब्लैकमेल करने वाला तो नहीं।

बैंक खाता में लेन-देन का ब्योरा लेने का निर्देश

मौत से पहले प्रियंका ने अपनी बायीं हाथ की हथेली पर कलम से लिखा था कि बैग में उसकी डायरी है। उसे देख लीजिएगा। पुलिस ने उसके ससुराल से डायरी व तीन बैंक पासबुक बरामद कीं। डायरी में लिखे दो बैंक खाता से लेन-देन का ब्योरा लेने का निर्देश नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने आइओ को दिया है।

ननद के घर से कालेज परिसर तक खंगाले फुटेज

काजीमोहम्मदपुर थाना की पुलिस ने गन्नीपुर अपनी ननद के घर से कालेज परिसर तक प्रियंका के पहुंचने को लेकर इलाके में लगे सीसी कैमरे के फुटेज को खंगाला। कालेज परिसर का सीसी कैमरा खराब मिला, लेकिन कालेज के बाहर में लगे कई सीसी कैमरे के फुटेज मिले हैं। इसमें वह सुबह में टहलने के लिए जाती दिख रही है। उसके आगे या पीछे कोई संदिग्ध दिखाई नहीं दिया है। इससे लूटपाट या हत्या की आशंका सही नहीं हैं।

गार्ड ने बताया, परेशान दिख रही थी प्रियंका

हिरासत के दौरान पूछताछ में आइटीआइ कालेज के गार्ड शत्रुघ्न ने पुलिस को बताया कि प्रियंका जब वहां पहुंची तो काफी परेशान थी। उसने बाथरूम के बारे में पूछा। उसे बाथरूम का रास्ता बता दिया। वह उसी ओर चली गई। काफी देर तक वह बाथरूम से बाहर नहीं निकली तो वहां जाकर आवाज दी। कोई जवाब नहीं मिला। बाथरूम का दरवाजा खुला था। अंदर देखा तो वह फर्श पर पड़ी थी। इसके बाद वह घबरा गया। डर से शव को वह खींचकर बाहर लाकर रख दिया। पुलिस जांच में उसकी बातों में सच्चाई दिखी। उसे पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।

ये है मामला :

शुक्रवार सुबह आइटीआइ परिसर में नगर थाना के केदारनाथ रोड निवासी दवा कारोबारी ब्रजेश कुमार की पत्नी प्रियंका कुमारी का शव मिला था। उसकी मां कांटी थाना के हरदासपुर निवासी शांति कुमारी ने काजीमोहम्मदपुर थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें दामाद, उसके पिता, मां, बहन व बहनोई को आरोपित बनाया था। हत्या का कारण लैपटाप व सड़क किनारे की जमीन लिखने की मांग बताई थी।

इनपुट : जागरण

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