नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि मुजफ्फरपुर से हवाई सेवा के लिए अब तक किसी एयरलाइंस ने बोली नहीं लगाई है। उन्होंने मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद को पत्र में लिखा है कि मुजफ्फरपुर हवाई अड्डा क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत असेवित हवाई अड्डों की सूची में शामिल है। सांसद ने गत 16 सितंबर को नागरिक उड्डयन मंत्री से मिलकर मुजफ्फरपुर हवाई अड्डा विकसित करते हुए यहां से हवाई सेवा प्रारंभ कराने की मांग की थी। उन्होंने सांसद के ज्ञापन के जवाब में लिखा है कि क्षेत्रीय संपर्क योजना एक बाजार आधारित योजना है। इच्छुक एयरलाइंस विशेष मार्गों पर मांग के अपने आकलन के आधार पर , समय – समय पर उड़ान योजना के तहत बोली प्रक्रिया के समय अपने प्रस्ताव प्रस्तुत करती हैं। बोली के 4.1 दौर तक मुजफ्फरपुर हवाई अड्डा से उड़ान हेतु कोई बिड प्राप्त नहीं हुई थी।
नहीं मिल रही जमीन : मंत्री ने एक बार फिर लिखा है कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा मुजफ्फरपुर हवाई अड्डा के विकास के लिए बिहार सरकार से सभी ऋणभारों से मुक्त 475 एकड़ भूमि की मांग की गई थी, जो अभी तक लंबित है। इससे पहले 16 फरवरी 2015 को तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री पी. अशोक गजपति राजू ने पत्र द्वारा बताया था कि मुजफ्फरपुर हवाई अड्डा के चरणबद्ध विकास हेतु एएआई द्वारा मास्टर प्लान तैयार कर राज्य सरकार को भेजा गया। प्रस्तावित विकास योजना में एटीआर-72 क्यू 400 श्रेणी के विमानों के परिचालन के लिए 443 एकड़ भूमि की जरूरत है। ए-320 श्रेणी के विमानों के परिचालन के लिए 36 एकड़ अतिरिक्त भूमि की जरूरत है। अर्थात कुल 475 एकड़ जमीन की मांग की गई है और राज्य सरकार के जवाब की प्रतीक्षा है। उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरपुर की हवाई पट्टी की लंबाई कम है। यहां से बड़े विमानों की उड़ान और लैंडिंग संभव नहीं है। क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत छोटे विमानों की सेवा शुरू करने का प्रस्ताव है, परन्तु एयरलाइंस कंपनियों को मुजफ्फरपुर से छोटे विमान से कम दूरी की हवाई सेवा में मुनाफा नहीं दिख रहा है।
बेंगलुरु, मुम्बई, सूरत से जोड़ने की मांग
नार्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पुरुषोत्तमलाल पोद्दार कहते हैं कि चैंबर लंबे समय से मुजफ्फरपुर से मुम्बई, दिल्ली, सूरत, बेंगलुरु एवं कोलकाता जैसे शहरों से नियमित हवाई सेवा की मांग करता आ रहा है। इससे बिहार में उद्योग एवं व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा। हवाई सेवा शुरू होने पर कंपनियों के मालिक और सीईओ एक दिन में अपने कार्य निबटाकर मुम्बई-सूरत लौट सकेंगे। उन्होंने कहा कि गुजरात-महाराष्ट्र की अपेक्षा बिहार में सस्ती जमीन, पानी और मजदूर उपलब्ध हैं। सूरत से हवाई सेवा शुरू करते ही वहां हीरा कारोबार काफी तेजी से आगे बढ़ा।
उम्मीद : प्रस्ताव आया तो करेंगे फिर से विचार
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्र में यह भी लिखा है कि यदि कोई एयरलाइन मुजफ्फरपुर से हवाई सेवा प्रारंभ करने के लिए भविष्य में बोली प्रस्तुत करती है , तो उस पर योजना के प्रावधानों के अनुसार विचार किया जाएगा।
Source : Hindustan