नई दिल्ली, एएनआई: देश भर में भारतीय रेलवे के कुल 695 अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को ‘आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन’ (ABDM) के साथ सफलतापूर्वक जोड़ा गया है। शनिवार को बताया गया कि इस कदम से भारतीय रेलवे के 80 लाख कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके परिवारों को फायदा हुआ है। साथ ही आम लोगों को भी रेलवे के अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाने का मौका मिला।

देश में स्वास्थ्य सुविधाओं का डिजलीकरण

शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए बताया गया कि, अगर कोई भी रेलवे अस्पताल का मरिज बेहतर इलाज के लिए एबीडीएम के साथ जुड़े किसी अन्य अस्पताल में जाता है। तो एकीकृत प्रणाली की मदद से मेडिकल रिकार्डों का आसानी से डिजिटल फार्मेट में आदान-प्रदान किया जा सकता है। यह एक तेज, आसान और निर्बाध प्रक्रिया है, जिससे चीजों को आसान बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही मरीजों और उनके परिजनों को भी व्यर्थ की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं हो मुहैया

रेलवे स्वास्थ्य प्रणाली को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के साथ जोड़ने का काम रेलटेल कार्पोरेशन आफ इंडिया द्वारा किया गया है। यह रेल मंत्रालय के तहत एक मिनीरत्न केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रम है। जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम बनाने के लिए ‘आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम)’ को लागू करने के लिए जिम्मेदार शीर्ष निकाय राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के सहयोग से इसे पूरा किया गया है। रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला के मुताबिक, देश भर के सभी 695 रेलवे अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ‘अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (HMIS)’ रेलवे की स्वास्थ्य प्रणाली के लिए गेम-चेंजर साबित हुई है। अब, रेलवे HMIS और ABDM के एकीकरण से लाभार्थियों को एक सहज डिजिटल तरीके से ABM इकोसिस्टम के लाभों को प्राप्त करने में मदद करेगा।

इनपुट : जागरण

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