पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एनएमसीएच (NMCH) के अधीक्षक को निलंबित किया था. मामले को लेकर वह आईएमए के निशाने पर आ गए. आईएमए द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश को पत्र लिखकर अधीक्षक प्रोफेसर डॉ बिनोद कुमार सिंह का निलंबन रद्द करने की मांग की गई थी. इसपर तेजस्वी यादव का गुस्सा फूटा है. तेजस्वी ने रविवार को कहा कि जिस डॉक्टर को ये नहीं पता कि डेंगू वार्ड कहां है उसका पक्ष आप कैसे ले सकते हैं. हम जनता के लिए हैं. जनता के लिए काम करेंगे. तेजस्वी ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन डॉक्टरों से जुड़ी संस्था है. डॉक्टर का ही पक्ष लेगी, लेकिन जो गलत काम कर रहा है क्या उसका पक्ष लेना चाहिए? यह भी उनको देखना चाहिए.
एंटी लार्वा स्प्रे के लिए 100 बड़े वाहनों एवं 380 मोटरसाइकिल रवाना
डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी ने गांधी मैदान से डेंगू से बचाव पर सघन छिड़काव एवं एंटी लार्वा स्प्रे के लिए 100 बड़े वाहनों एवं 380 मोटरसाइकिलों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह हर वार्ड में जाएंगे और दिन भर में तीन बार छिड़काव होगा. वहीं तेजस्वी ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर कहा कि डेंगू में कोई ज्यादा बड़ा इलाज नहीं होता. इसमें मरीज को आराम करने की ज्यादा जरूरत होती है. हमारे सभी सरकारी अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था की गई है. डेंगू के लिए अलग वार्ड बनाया गया है. मरीजों की हर संभव मदद की जा रही. सभी दवाएं उपलब्ध हैं. नगर निगम एवं अन्य विभागों के साथ मिलकर स्वास्थ्य मंत्रालय डेंगू से लड़ने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा. किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है. जल्द इस पर काबू पा लिया जाएगा.
700 डॉक्टर्स ने सालों से अस्पताल नहीं आए आईएमए को ये नहीं दिखा
तेजस्वी बोले कि बिहार में करीब 700 ऐसे डॉक्टर हैं जो सालों से अस्पताल नहीं आए. क्या यह आईएमए को नहीं दिख रहा? बता दें कि बिहार में डेंगू का डंक देखने को मिल रहा. सबसे सबसे ज्यादा करीब तीन हजार मरीज पटना में ही हैं. इधर, तेजस्वी यादव ने सरकारी अस्पताल एनएमसीएच का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान डेंगू मरीजों के इलाज एवं व्यवस्था को लेकर सामने आई कमियों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया. शिशु रोग विभाग में प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष प्रो. डा. विनोद कुमार सिंह को प्रभारी अधीक्षक के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करते हुए निलंबित कर दिया गया. वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन तेजस्वी के इस फैसले के खिलाफ हैं. आईएमए निलंबन वापस लेने की मांग कर रहा. हड़ताल की भी चेतावनी दी है.
Source : abp news