मुजफ्फरपुर, किडनी कांड पीड़िता सुनीता की शुक्रवार को एसकेएमसीएच में ही एक ओझा ने झाड़-फूंक की। परिजनों ने सुनीता का चेचक ठीक करने के लिए ओझा को बुलाया था। पति अकलू राम ने बताया कि अस्पताल में ही उसे किसी ने ओझा के बारे में बताया था। इसके बाद उसने उससे संपर्क किया। सुनीता को पिछले दिनों चेचक हो गया था। इसके बाद उसे आईसीयू से हटाकर दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। तीन दिन पहले भी उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उसे ऑक्सीजन लगाया गया था।
शुक्रवार की दोपहर ढाई बजे सुनीता का ऑक्सीजन का स्तर फिर से कम हो गया। इसके बाद आनन-फानन में ऑक्सीजन लगाया गया। अकलू राम ने बताया कि रात नौ बजे तक ऑक्सीजन चढ़ रहा था। शुक्रवार को डायलिसिस नहीं हुई। सुनीता की मां ने तेतरी देवी ने बताया कि शनिवार को अस्पताल अधीक्षक से मिलकर चेचक का पूजन तक घर जाने की मोहलत मांगी जाएगी। वहीं, अधीक्षक डॉ. बाबू साहब झा ने बताया कि अस्पताल में झाड़-फूंक की जानकारी उन्हें नहीं है। इस बारे में जानकारी ली जाएगी। अधीक्षक ने कहा कि सुनीता की तबीयत की पूरी निगरानी डॉक्टर कर रहे हैं।
Input : live hindustan