मुजफ्फरपुर, कोरोना की दूसरी लहर जहां एक ओर कहर ढा रही है वहीं दूसरी कुछ लोगों के लिए सही रोजगार के अवसर भी लेकर आई है। युवाओं के लिए खुशखबरी है कि वे मुजफ्फरपुर के सरकारी अस्पतालों में काम करने का मौका हासिल कर सकते हैं। वह भी हाथों हाथ। इसके लिए पहले से आवेदन करने और फिर परीक्षा का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।

सिविल सर्जन की देखरेख में इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दिन वाक इन इंटरव्यू के आधार पर 56 चिकित्सकों को का चयन किया गया है। जिन्हें तत्काल ही कोरोना प्रोटोकाल की जानकारी देते हुए काम पर लगाए जाने की तैयारी चल रही है। वहीं एएनएम, लैब टेक्निशियन, मूर्छक, मेडिसिन एमडी, जीएनएम, एनएम, मल्टी टास्किंग वर्कर,वार्ड ब्वाॅय व डाटा ऑपरेटर की होगी बहाली। तात्पर्य यह कि इसमें मेडिकल की पढ़ाई करने वाले व सामान्य पढ़ाई करने वाले, दोनों श्रेणी के अभ्यर्थियों को मौका मिल सकता है।

इस बारे में मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने बताया कि पहले दिन वाक इन इंटरव्यू के आधार प 56 चिकित्सक चुने गए हैं। सभी की एक साल के लिए बहाली की गई है। सबका रोस्टर बनाकर काम लिया जाएगा। वहीं तीन माह के लिए चार मूर्छक, चार मेडिसिन एमडी, 24 जीएनएम व एनएम, 25 मल्टी टास्किंग वर्कर, 25 वार्ड ब्वाय, 10 डाटा ऑपरेटर व दस लैब टेक्नीशियन की बहाली होगी। इसके लिए सिविल सर्जन कार्यालय में आवेदन जमा किए जाएंगे। दो से तीन दिन के अंदर तीन माह वाली बहाली हो जाएगी।

सीएस ने बताया कि सरकार की ओर से स्नातक पीजी करने वाले को सात हजार, डिप्लोमा करने वाले को पांच हजार, एमबीबीएस व दंत चिकित्सक को चार हजार रुपये मानदेय प्रतिदिन दिया जाएगा। बीएससी नर्सिंग करने वाले को दो हजार, जीएनएम को 1500 व एएनएम को एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय तय किया गया है। इसके साथ लैब टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय, डाटा एंट्री ऑपरेटर, मल्टी टास्किंग स्टाफ को सरकार की ओर से पहले से तय मानदेय के आधार पर काम लिया जाएगा। सीएस ने बताया कि कोरोना काल को देखते हुए ये बहाली हो रही है।

इनपुट : जागरण

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