पटना। राज्य में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में टेस्ट ट्यूब बेबी (Test Tube Baby) का जन्म हुआ है। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (Indira Gandhi Institute of Medical Science) में गुरुवार को शाम पांच बजकर एक मिनट पर आइवीएफ से शिशु ने जन्म लिया। आइजीआइएमएस के रिप्रोडक्टिव मेडिसीन विभागाध्यक्ष प्रो. कल्पना सिंह के निर्देशन में यह सफलता मिली है। डा. कल्पना ने बताया कि नौवें महीना में यह बच्चा जन्मा है।
शादी के 14 वर्षों बाद भरी गोद
मुजफ्फरपुर की रहने वाली अनिता देवी शादी के 14 वर्ष बाद मां बनी हैं। संस्थान के चिकित्सकों के अनुसार मई, 2021 में अनीता देवी आइजीआइएमएस (IGIMS) आईं। इसके बाद आवश्यक जांच के बाद उसका उपचार आरंभ हुआ। पहली बार में फ्रेश इंब्रियो ट्रांसफर किया गया। इसके बाद वह गर्भवती हो गई। डाक्टरों के लगातार निर्देशन में उसका समय-समय जांच व उपचार जारी रहा। मंगलवार को वह अस्पताल में भर्ती हुई। गुरुवार को स्त्री एवं प्रसूति विभाग में उनका सिजेरियन आपरेशन कर डिलेवरी कराया गया। उन्हें 2.9 किलोग्राम का लड़का हुआ है। जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ्य है।
पहली बार टेस्ट ट्यूब बेबी के सफल होने पर संस्थान के निदेशक डा. बिभूति प्रसन्न सिन्हा, चिकित्सा अधीक्षक डा. मनीष मंडल ने पूरी टीम को बधाई दी है। डा. कल्पना ने बताया कि डा. हुमा निशां, डा. भावना तिवारी, डा. शुभांति कुमारी, इंब्रियोलाजिस्ट संगीता कुमारी, डा. स्वाति की टीम ने यह कार्य सफलता पूर्वक किया।
30 हजार में आइवीएफ की सुविधा
रिप्रोडक्टिव मेडिसीन विभागाध्यक्ष डा. कल्पना सिंह ने बताया कि आइजीआइएमएस में निसंतान माताओं के उपचार के लिए आइवीएफ की सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए संस्थान में बाजार दर से कई गुणा सस्ती सुविधा उपलब्ध है। यहां आइवीएफ के लिए 30 हजार रुपये तथा इक्सी के लिए 35 हजार रुपये व दवा में लगभग 35 हजार रुपये खर्च होते है। इसके अतिरिक्त सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दी बधाई
पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आइजीआइएमएस में पहली टेस्ट ट्यूब बेबी के होने पर बधाई दी है। रिप्रोडक्टिव मेडिसिन विभाग के निर्माण के लिए उनके द्वारा ही सांसद निधि से एक करोड़ रुपये का फंड मुहैया कराया गया था। कहा कि कि राज्य के मरीजों को यहां सस्ते दर पर सुविधा उपलब्ध होगी। बांझपन के शिकार दंपत्तियों को यहां उपचार होगा।
इनपुट : जागरण