कैमूर: बिहार के कैमूर जिले के दुर्गावती थाना क्षेत्र के बहेरा गांव में ग्रामीण डॉक्टर की कफ सिरप पीने से मौत हो गयी. वहीं, दो अन्य लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं, जिनका फिलहाल निजी क्लीनिक में इलाज कराया जा रहा है. घटना के बाद इलाके के लोग सकते में आ गए हैं. इधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने मोहनिया शहर स्थित उस मेडिकल दुकान पर छापेमारी की जहां से कफ सिरप खरीदी गयी थी.
छापेमारी के दौरान मेडिकल स्टोर के दस्तावेज सहित कई अन्य सामान जब्त किए गए हैं. बता दें कि मृतक डॉक्टर दुर्गावती थाना क्षेत्र के बहेरा गांव में अपना क्लीनिक चलाता था. बीते दिनों उसने एक कप सीरप पी ली थी और अपने दो कंपाउंडर को भी पिला दिया था.
कफ सिरप पीने के बाद डॉक्टर की तबीयत बिगड़ी और इलाज के लिए बनारस ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गयी. जबकि, दो दोनों कंपाउंडर अभी इलाजरत हैं. बता दें कि डॉक्टर उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला के रहने वाला था. मौत के बाद परिजनों ने उसका दाह संस्कार उत्तर प्रदेश में ही कर दिया. इस बात को लेकर अब तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. इधर, परिजनों ने बताया कि कफ सिरप पीने से ही डॉक्टर की मौत हुई है.
हालांकि, अनुमंडल अस्पताल प्रभारी डॉ. एके दास ने बताया कि एक बोतल कफ सिरप पीने से कभी भी किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हो सकती है. कफ सिरप पीने से नींद आ सकती है, लेकिन मौत नहीं हो सकती है. वहीं, मोहनिया एसडीएम संजीत कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.
Source : abp news