बेगूसराय जिले के सदर प्रखंड के चांदपुरा पीसी स्कूल (निजी विद्यालय) के शिक्षकों ने हॉस्टल में रह रहे 10 वर्षीय छात्र प्रेम कुमार के प्राइवेट पार्ट को गर्म आयरन से दाग दिया। इससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया। इस घटना को तब अंजाम दिया गया, जब कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन है।
स्कूल-कॉलेज से लेकर हॉस्टल तक बंद रखने का आदेश है। इसके बावजूद स्कूल संचालक ने कोविड गाइडलाइन व लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते हुए छात्र के साथ आपराधिक घटना को अंजाम दिया।
पीड़ित छात्र की मां सुधा देवी की शिकायत पर नीमाचांदपुरा थानाध्यक्ष अमित कुमार कांत ने स्कूल के शिक्षक राहुल कुमार व चंदन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
चांदपुरा चित्तरंजन टोला निवासी रणवीर सहनी की पत्नरी सुधा देवी ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा घर आया। उसे नहाने के लिए ले गया। कपड़ा हटाने पर देखा कि उसके पैखाना के रास्ते के दोनों भाग जले हुए थे और उससे पस निकल रहे थे। उन्होंने अपने बेटा से जलने का सच जाना तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई। प्रेम ने अपनी मां को बताया कि हॉस्टल में शिक्षक ने आयरन गर्म कर दाग दिया। जलन से जब वह छटपटाने लगा तो उसका इलाज कराता रहा। साथ ही धमकी दी कि आयरन से जलाने की बात कहेगा तो स्कूल से नाम काट कर हटा देंगे। उसकी बात को सुनने के बाद सुधा देवी ने आसपास के लोगों को भी सूचना दी व नीमाचांदपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी।
थानाध्यक्ष अमित कुमार कांत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पीसी स्कूल पहुंच वहां से आरोपित दो शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर पुलिस हत्थे चढ़े आरोपी शिक्षक राहुल कुमार उर्फ किशन ने बताया कि बच्चे को जानबूझकर उनके वहां रख दिया गया। उसे फंसाया गया है। बच्चा कहीं आग पर गिरकर जल गया है।
इनपुट : हिंदुस्तान