मुजफ्फरपुर, टॉप 10 में देशभर में मुजफ्फरपुर को शिक्षा के क्षेत्र में एक बार फिर जगह मिली है। नीति आयोग ने सितम्बर की रैकिंग जारी की है, जिसमें देशभर के 112 आकांक्षी जिलों में मुजफ्फरपुर को 8वां स्थान मिला है। शिक्षा के क्षेत्र में दिसम्बर 2021 से लेकर मार्च 2022 तक लगतार जिले की रैकिंग पहले स्थान पर रही है। इसके बाद गिरावट आने लगी। हालांकि अप्रैल और मई में रैंकिग टॉप 10 तक रही मगर इसके बाद लगातार जिले की रैकिंग नीचे आती गई।

अधिकारियों के अनुसार शिक्षा के क्षेत्र में कई नए इंडिकेटर के जुड़ने से लगातार रैकिंग में बदलाव हुआ है। नीति आयोग के आकांक्षी जिले के तहत जिले में काम कर रहे मो. अकरम ने बताया कि तीन-तीन महीने की रिपोर्ट के आधार पर ओवरऑल रैकिंग दी जाती है। इसके साथ ही हर महीने शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अन्य क्षेत्र को लेकर नीति आयोग रैकिंग जारी करता है।

अलग-अलग महीने में जिले की रैंकिंग :

जनवरी में एक नंबर पर, फरवरी में एक नंबर पर, मार्च में एक नंबर पर, अप्रैल में 10 नंबर पर, मई में में 5वें नंबर पर, जून में 87वें नंबर पर, जुलाई में 20वें नंबर पर, अगस्त में 84वें नंबर पर और सितम्बर में 8वें नंबर पर।

इन इंडिकेटर पर लुढ़की जिले की रैंकिंग :

शिक्षा में सबसे खराब स्थिति जिले में छात्र अनुपात में शिक्षकों की संख्या का है। महज 44 फीसदी स्कूल ही शिक्षा के अधिकार के तहत छात्र-शिक्षक अनुपात का पालन कर रहे हैं। मार्च में शिक्षा में जिले को 52.3 स्कोर मिला था। इसके बाद लगातार यह स्कोरिंग नीचे ही आ रही है। नीति आयोग ने नए इंडिकेटर के तौर पर 10वीं और 12वीं बोर्ड के रिजल्ट को भी जो़ड़ा है। जुलाई से यह इंडिकेटर जोड़ा गया है। बोर्ड से मिले आंकड़े के अनुसार महज 20 फीसदी बच्चे ही इसमें प्रथम श्रेणी ला पाए थे।

Input : live hindustan

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