BSSC CGL Exam : बीएसएससी तृतीय स्नातक स्तरीय परीक्षा के सभी चरणों को रद्द करने की मांग को लेकर बुधवार को सड़कों पर उतरे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। लाठीचार्ज के बाद भगदड़ मच गयी। पुलिस ने सौ मीटर से अधिक दूरी तक अभ्यर्थियों को खदेड़ा। लाठीचार्ज से दर्जनों अभ्यर्थी घायल हुए हैं। इनमें सदानंद, आकाश, रवि, परवीन, अमित, दिलीप, मनीष यादव सहित कइयों को गंभीर चोटें आईं हैं। इनका इलाज गर्दनीबाग व निजी अस्पतालों में कराया गया।

आंदोलन में शामिल पांच छात्रों पर नामजद सहित एक हजार अज्ञात आंदोलनकारियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। कोतवाली थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि आंदोलनकारी अभ्यर्थियों पर मजिस्ट्रेट के साथ धक्का मुक्की करने, बैरेकेडिंग तोड़ने सहित अभद्र व्यवहार का आरोप है। पटना सदर मजिस्ट्रेट आदित्य विक्रम ने आंदोलनकारी छात्र अनूप कुमार, दीपक कुमार, सोनू कुमार, चन्द्रमौली कुमार और पुरुषोत्तम पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि छात्र तय रूट से अलग प्रदर्शन करने जा रहे थे। इन्हें समझने की भरपूर कोशिश की गई पर ये लोग नहीं माने तो प्रशासन को इन्हें रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

इधर, लाठीचार्ज के बाद आक्रोशित अभ्यर्थी पांच घंटे से अधिक समय तक गांधी मैदान की गांधी मूर्ति के पास धरना पर बैठे रहे। सभी अभ्यर्थी परीक्षा को रद्द करने की मांग पर अड़े थे। कई बार इन अभ्यर्थियों को समझाने के लिए पुलिस पहुंची पर आंदोलित छात्र मानने को तैयार नहीं थे। आंदोलन का नेतृत्व छात्र दिलीप कुमार, छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मनीष यादव, प्रिया कुमारी, आशीष, स्मृति, चन्द्रभूषण आदि अभ्यर्थी कर रहे थे।

तय रूट से भटक गए आंदोलनकारी छात्र
आंदोलन को लेकर जो पहले से योजना बनाई गई थी, उसके मुताबिक छात्रों को पटना विवि से निकलकर मुसल्लहपुर हाट, बाकरगंज होते हुए करगिल चौक तक पहुंचना था। फिर गांधी मैदान होते हुए आंदोलन को जेपी गोलंबर तक जाना था, लेकिन छात्रों ने पुलिस के निर्धारित रूट को नहीं माना और एग्जीबिशन रोड की तरफ मुड़ गए। वहां से हजारों छात्र डाकबंगला का घेराव करने जाने लगे। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। कुछ छात्र भागने के क्रम में भी जख्मी हो गए। कई अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

इससे पहले में भी हजारों अभ्यर्थियों का हुजूम शांतिपूर्ण तरीके से बीएसएससी द्वारा ली गई सचिवालय सहायक की परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर सड़क पर उतरा था। इन अभ्यर्थियों की मांग थी कि पेपर लीक होने के बाद सिर्फ एक पेपर नहीं, बल्कि पूरी परीक्षा ही रद्द की जाए। नए सिरे से दोबारा परीक्षा आयोजित हो। हालांकि अभी बीएसएससी ने इस पर कोई कोई फैसला नहीं लिया है।

Input : live hindustan

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