मुजफ्फरपुर, राम दयालु सिंह महाविद्यालय मनोविज्ञान विभाग के तत्वावधान में “प्रतिभा खोज कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। कला एवं सृजनात्मक क्षमता के आधार पर छात्र-छात्राओं के बीच संगीत, मेहंदी, रंगोली, नृत्य एवं कुकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। जज की भूमिका में प्राचार्य डॉ अमिता शर्मा ने प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि कला छात्रों के जीवन के रचनात्मक पहलू को समृद्ध बनाती है। कला एवं सृजन एक मानसिक प्रक्रिया है जिसमें नए विचार उपाय या कंसेप्ट का जन्म होता है। इसके साथ ही कला बच्चों में सीखने की परिस्थितियां निर्मित करती है।
विभागाध्यक्ष डॉ रजनीश कुमार गुप्ता ने कहा कि व्यक्तित्व विकास में कला एवं सृजन की प्रमुख भूमिका है। इस दिशा में राम दयालु सिंह महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग ने बच्चों को एक खुला मंच देने का प्रयास किया है।
प्रतिभा खोज कार्यक्रम में संगीत में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार क्रमशः खुशी एवं सुरभि को, मेहंदी में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार क्रमश निशा एवं मोनिका को, रंगोली में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार क्रमश पल्लवी एवं निभा को, कुकिंग में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार सुरभि एवं अनीता को, नृत्य में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार निधि एवं पल्लवी को प्राप्त हुए हैं।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अन्य छात्र-छात्राओं में ज्योति कुमारी, पूजा कुमारी, विनीत कुमार, पल्लवी, रूपा, पूजा, सुरभि, लक्ष्मी, अनुष्का, कोमल, अजीत, चंदन, अभिषेक आदि मौजूद थे।
मौके पर डॉ राजीव कुमार, डॉ आनंद प्रकाश दुबे, डॉ ललित किशोर, सुश्री निधि मैम आदि उपस्थित थे।
प्रतिभा खोज कार्यक्रम का संचालन डॉ तूलिका सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ आनंद प्रकाश दुबे ने किया। कार्यक्रम प्रबंधन में सुश्री निधि मैम एवं इंदल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया।