मुजफ्फरपुर, लंगट सिंह कॉलेज में 3 जुलाई को कॉलेज स्थापना दिवस भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा. प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी देते हुए प्राचार्य प्रो ओमप्रकाश राय ने बताया की कॉलेज परिवार के लिए ये गौरव का विषय है की ये ऐतिहासिक कॉलेज 125वे वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इस बार स्थापना दिवस समारोह के साथ ही समारोहपूर्वक पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन भी आयोजित किया जा रहा है. स्थापना दिवस समारोह के साथ ही नवनिर्मित इनडोर स्पोर्ट्स सेंटर का भी उद्घाटन किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन का विगत वर्षो में यह प्रयास रहा है कि छात्रों को एक सुरक्षित और भरोसेमंद वातावरण में कल की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए प्रेरित किया जाए और इसमें सफलता मिली है. बिहार ही नहीं भारत के प्रतिष्ठा प्राप्त और जाने-माने महाविद्यालयों में लंगट सिंह महाविद्यालय का नाम शुमार होता है. अपने गौरवपूर्ण शैक्षणिक सेवाओं से देश और समाज के परिवेश में ज्ञान-विज्ञान की अखंड ज्योति जलाने वाला यह कॉलेज अनेक महापुरुषों की कर्म स्थली रहा है। बाबू लंगट सिंह, महात्मा गांधी, रामधारी सिंह दिनकर, आचार्य कृपलानी, डॉ राजेंद्र प्रसाद जैसे महापुरुषों ने इस कॉलेज में अपना महत्वपूर्ण समय और कार्य योगदान देकर विश्व को कर्मठता, समाज सुधार क्रांति और विश्व बंधुत्व का संदेश देने का काम किया है.

विगत कुछ वर्षों में एलएस कॉलेज शैक्षणिक क्षेत्र में विकास की नई रेखा खींचने में सफल हुआ है. प्रो राय ने कहा कॉलेज प्रशासन के प्रयास से विभिन्न विश्वविद्यालय एवं विदेशों से विषय विशेषज्ञ विद्वान यहां आकर वर्ग संचालित करते रहे हैं. एलएस कॉलेज अपना ग्लोबल एकेडमिक माहौल बनाने में लगातार प्रयासरत है. वहीं भवन निर्माण एवं शैक्षणिक अभिवृद्धि को लेकर लगातार हर स्तर पर कार्य हो रहे हैं। ब्रेडा के सहयोग से 22 किलोवाट सोलर पैनल की स्थापना की गई। इससे कॉलेज में विद्युत आपूर्ति के साथ-साथ अतिरिक्त बिजली ग्रिड को सप्लाई की जाती है।

एक करोड़ की लागत से 50 हजार स्क्वायर फीट में अत्याधुनिक रंगीन फव्वारा के साथ एवं पेड़ पौधों की हरियाली के साथ गांधी पार्क की स्थापना की गई है, जो इस शहर के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. छात्रसंघ भवन की स्थापना के साथ-साथ पूर्ववर्ती छात्र हेतु आवास व कार्यालय भी बनाए गए हैं। बाहर से आने वाले विद्वानों के लिए कॉलेज का अपना गेस्ट हाउस उपलब्ध है। स्वास्थ्य और ध्यान को केंद्र में रखकर जिम और मेडिटेशन सेंटर बनाए गए हैं। खेल की दृष्टि से बास्केटबॉल, बैडमिंटन एवं लॉन टेनिस कोर्ट भी है, जहां छात्र छात्राएं खेल के क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं. कॉलेज का पूरा परिसर 64 सीसीटीवी कैमरे से कैद है. सुरक्षा, स्वच्छता और हरियाली से कैंपस पूरी तरह आच्छादित है.

विगत चार वर्षो में कॉलेज को पुरानी गरिमा वापस लाने, ऐतिहासिक भवन को बचाने और उत्कृष्ट शैक्षणिक माहौल सुनिश्चित करने में प्राचार्य प्रो ओमप्रकाश राय के योगदान की शिक्षाविदों, कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों राजनीतिक जगत की हस्तियों और प्रशासनिक और न्यायिक सेवा के अधिकारियों ने समय समय पर सराहना की है. प्राचार्य प्रो राय के विभिन्न प्लेटफार्म से कॉलेज की ऐतिहासिक 100 साल से ज्यादा पुरानी बिल्डिंग को बचाने की अपील का असर है की शिक्षा विभाग द्वारा कॉलेज को विभिन्न परियोजनाओं के लिए लगभग 16.29 करोड़ की राशि स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है, जिसने आंतरिक सड़क का निर्माण, कांफ्रेंस हॉल, गर्ल्स कॉमन रूम, कॉलेज चहारदीवारी का निर्माण एवं मरम्मत, सीसीटीवी और टॉयलेट निर्माण शामिल है.

प्रो राय ने कहा कि बीएसईबी पटना से इंटरमीडिएट में कॉमर्स की पढ़ाई शुरू करने की तथा साइंस में सीटों की संख्या में वृद्धि की अनुमति भी प्राप्त हुई है, जिससे अब ज्यादा छात्रों को इंटरमीडिएट में एलएस कॉलेज में नामांकन मिल सकेगा. मौके पर प्रो टीके डे, प्रो पंकज कुमार, प्रो संगम कुमार, डॉ विजय कुमार, डॉ राजीव कुमार, डॉ नवीन कुमार, डॉ ललित किशोर, डॉ इम्तियाज आलम, ऋषि कुमार सहित अन्य मौजूद रहे.

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