मुजफ्फरपुर, कॉलेज इंस्पेक्टर साइंस डॉ रामजी साह का आज हृदय गति रुकने से निधन हो गया. निधन की खबर आते ही कॉलेज एवं विश्वविद्यालय में शोक की लहर छा गई । शिक्षक एवं कर्मचारियों ने उनके निधन को शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया। डॉ रामजी साह का अपराहन 3:00 बजे गोबरसही स्थित आवास पर अचानक हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनके निधन से शिक्षा जगत में शोक की लहर व्याप्त हो गई है ।
डॉ रामजी साह छपरा जिला के रहने वाले थे। वे बचपन से मेधावी छात्र थे। आईआईटी कानपुर से उन्होंने केमिस्ट्री में एमएससी की उपाधि हासिल की थी। इसके बाद रिसर्च प्रोजेक्ट में दो साल तक उन्होंने अमेरिका में काम किया। विगत एक वर्ष से वे बिहार विश्वविद्यालय में कॉलेज इंस्पेक्टर साइंस का पद संभाल रहे थे। वे अपने पीछे पत्नी एक बेटी और बेटा को छोड़ गये। बेटा टीसीएस कंपनी में इंजीनियर है एवं बेटी राजस्व विभाग में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत है।
उनके निधन पर कुलपति डॉ दिनेश चंद्र राय, कुलसचिव डॉ संजय कुमार, प्रॉक्टर डॉ बीएस राय, सीसीडीसी डॉ अमिता शर्मा, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ पंकज कुमार, डॉ रमेश प्रसाद गुप्ता, डॉ रजनीश कुमार गुप्ता, डॉ विनोद बैठा, प्राचार्य डॉ ओपी राय, डॉ अनिता सिंह, डॉ ललित किशोर, डॉ सतीश कुमार, डॉ मनोज कुमार, डॉ नितेश कुमार, कर्मचारी संघ, बूटा- बूस्टा शिक्षक संघ एवं अतिथि प्राध्यापक संघ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। संघ ने उनके निधन को शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
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