बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में गैंगरेप के बाद 50 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका की हत्या मामले में पुलिस ने अभी तक दो आरोपी वेदराम और जसपाल को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं घटना के फरार मुख्य आरोपी महंत पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया है। महंत सत्यनारायण की तलाश के लिए पुलिस ने 4 टीमें लगाई हैं। फिलहाल मुख्य आरोपी का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है। पुलिस इधर-उधर दबिश दे रही है।
बता दें कि घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। राज्य के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री एडीजी बरेली जोन को घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही यूपीएसटीएफ को घटना की विवेचना में सहयोग करने को कहा है। जिसके बाद एसएसपी संकल्प शर्मा ने घटना में फरार मुख्य आरोपी सत्यनारायण पर 25000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया। जिसके बाद लखनऊ से इनाम की घोषणा बढ़ाकर 50 हजार कर दी गई।
वहीं एडीजी जोन बरेली अविनाश चंद्रा भी पीड़िता के गांव पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पीड़ित परिजन से बातचीत की और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया। एडीजी जोन बरेली अविनाश चंद्र ने परिजन से कहा कि पुलिस उनके साथ है। उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। हर संभव मदद की जाएगी।
गौरतलब है कि मंदिर में पूजा करने गई 50 वर्षीय महिला के साथ हैवानियत की इंतहां पार की गई। मंदिर के महंत समेत 3 लोगों ने न सिर्फ उसके साथ गैंगरेप किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डालकर उसे बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया। इतना ही नहीं महिला के शव को फेंकने से पहले उसके प्राइवेट पार्ट में कपड़ा ठूंस दिया। इस हैवानियत के बाद पुलिस की लापरवाही ने भी सारी हदें पार कर दीं। महिला की लाश उसके घर के बाहर 17 घंटे से ज्यादा देर तक पड़ी रही। गांव वालों का जब गुस्सा फूटा तब पुलिस हरकत में आई।
इनपुट : पंजाब केसरी
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