मुजफ्फरपुर, जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना अंतर्गत अघोरिया बाजार चौक स्तिथ द सेंट्रल पार्क होटल के कमरा नंबर 301 से सोमवार की दोपहर दो लोगो का शव मिला था. दोनों ही शव के सिर मे गोली लगी थी. प्रथम जानकारी मिली थी की दोनों व्यक्ति पति पत्नी थे और किसी बात पे विवाद होने के कारण लड़के ने पहले लड़की के सिर मे गोली मारी और फिर उसी गन से अपनी कनपति पे गोली चला ली.
लेकिन दोनों शव की पहचान होने के बाद मामला थोड़ा उलझा हुआ प्रतीत हो रहा है. लड़के की पहचान कांटी स्टेशन रोड इलाके के मनीष कुमार श्रीवास्तव के रूप मे हुई है तो वही लड़की की पहचान रेडलाइट इलाके की नर्तकी रानी के रूप में हुई है। मृतका रानी का पति महताब आलम नशा करता है और नशा मुक्ति केंद्र में उसका इलाज भी चल रहा है। वहीं मृतका रानी का एक 9-10 साल का एक बेटा अयाल भी है। मृतका के भाई मो. सोनू ने बताया की वह किसी मनीष नाम के युवक को नहीं जानता है। उसकी बहन प्रोग्राम में जाने की बात कह कर रविवार को घर से निकली थी।
घटना की जानकारी मिलने पर जब नगर डीएसपी रामनरेश पासवान, और थानाध्यक्ष मो. शुजाउद्दीन दलबल के साथ होटल पहुंचे तो देखा की कमरा भीतर से लॉक है. कमरे को पहले मास्टर चाबी से खोला गया, और उसके बाद धक्का देकर उसे तोड़ा गया. कमरे में बिस्तर पर दोनों के शव पड़े थे। वहीं, बिस्तर व फर्श पर काफी खून पड़ा था। छानबीन के बाद पुलिस ने मृत युवक के हाथ से पिस्टल बरामद की। साथ ही कंबल पर दो खोखे व दोनों के मोबाइल मिले. एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। खून के नमूने, कपड़े समेत अन्य सामान जांच के लिए एकत्र किए। कमरे मेंं और कहीं गोली के निशान नहीं मिले। पिस्टल भी खाली मिली। रात में मंगाया गया खाना टेबल पर वैसे ही थाली में रखा मिला।
होटल के मैनेजर प्रबंधक अंकित उर्फ छोटू ने बताया कि रविवार देर शाम 7:40 बजे दोनों बुलेट बाइक से आए थे. और कमरा लेने की बात बताई। आइडी प्रूफ मांगने पर मनीष ने कहा कि दोनों पति-पत्नी हैं. बुकिंग रजिस्टर में उन्होंने अपना नाम मनीष कुमार श्रीवास्तव और लड़की का नाम निशा कुमारी लिखवाया था. सोमवार को एनटीपीसी की परीक्षा है। इसलिए आए हैं। युवक ने बाइक का रजिस्ट्रेशन प्रूफ के तौर पर दिया था।
रात करीब नौ बजे मनीष ने खाने का ऑर्डर दिया था.सोमवार को दोपहर एक बजे होटल से चेक आउट करना था. लेकिन चेकआउट नहीं होने की स्तिथि मे जब मैनेजर छोटू ने उस कमरे के लैंडलाइन नंबर पर कॉल की तो कई बार घंटी बजी, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद वह अन्य कर्मियों के साथ वहां पहुंचे और कमरे का दरवाजा खटखटाया। भीतर से कोई आवाज नहीं आने पर संदेह हुआ तो पुलिस को सूचना दी। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही हैै।
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