मुजफ्फरपुर. सदर पुलिस ने डुमरी दुबे टोला निवासी दिलीप हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. उसे मछली मारने का झांसा देकर बुलाने के बाद हत्या कर दी गयी थी. हत्याकांड में पुलिस ने बारमतपुर निवासी रामू राय को गिरफ्तार किया है. उसने पुलिस की पूछताछ में उक्त बातों की जानकारी पुलिस को दी है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. पूछताछ में उसने बताया कि दिलीप उसकी बहन से छेड़खानी करता था. कई बार दिलीप को समझाने का प्रयास किया गया था. लेकिन वह नहीं समझ रहा था. इसको लेकर पूर्व में भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था. उसके मन में दिलीप के लिए नफरत थी. वह उसकी हत्या करना चाह रहा था.
कुछ दिन तक उसने दिलीप से दोस्ती बढ़ा कर विश्वास में लिया था. इसके बाद उसने दिलीप को कॉल कर मछली मारने के लिए बुलाया. दिलीप के तालाब पर पहुंचते ही उसके साथ झगड़ा शुरू हो गया. बात बढ़ने पर उसने मिट्टी के बड़े से ढेले से उसके सिर पर प्रहार किया. इसमें दिलीप की मौके पर ही मौत हो गयी. दिलीप की मौत होने के बाद रामू काफी घबरा गया था. किसी को इसकी भनक नहीं लगे, इसलिए उसने शव को तालाब में ही फेंक दिया. चार दिन बाद शव उपला कर बाहर आ गया. उसके बाद से वह छिपकर रह रहा था. थानेदार सत्येंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि हत्या के बाद से ही रामू की स्थिति संदिग्ध थी.
दिलीप के मोबाइल का सीडीआर खंगाला गया. इसमें उसके बात करने का साक्ष्य मिला. गिरफ्तारी के डर से रामू फरार हो गया था. वह छिप कर रह रहा था. इस बीच उसके घर पहुंचने की गुप्त सूचना मिली. पुलिस टीम ने छापेमारी कर रामू को गिरफ्तार कर लिया. कड़ाई से पूछताछ करने पर रामू टूट गया. उसने पूरी घटना की जानकारी दे दी. जानकारी हो कि, 28 दिसंबर की रात में दिलीप के मोबाइल पर एक कॉल आया था. इसके बाद वह घर से बाहर चला गया था.
लेकिन इसके बाद वह वापस नहीं लौटा. परिजनों ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस व परिजन उसकी खोजबीन कर रहे थे. गायब होने के चार दिन बाद उसका शव तालाब में उपलाता मिला. शव मिलने से ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया. ग्रामीणों ने शव को गोबरसही सकरा मार्ग के डुमरी में रख कर जाम कर दिया था. इस दौरान सड़क पर आगजनी कर विरोध किया था.
इनपुट : प्रभात खबर