मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के झिटकाही गांव में रविवार मध्य रात्रि मधनिषेध की सूचना पर शराब बरामद को छापेमारी करने गयी पुलिस को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। शराब नहीं मिलने से लोग आक्रोशित हो उठे। पुलिस पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाने लगे। आक्रोशितों ने दरोगा अंजार आलम को कमरे में बंद कर जमकर पिटाई करने लगे। उनके साथ गए पुलिसकर्मियों पर पथराव कर खदेड़ दिया। सूचना मिलने पर थानेदार सरोज कुमार अतिरिक्त फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखते ही छत पर से लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए हमले में पुलिस को पीछे हटना पड़ा।
इसके बाद आत्मरक्षार्थ सकरा पुलिस द्वारा करीब 10 राउंड फायरिंग की गई। तब जाकर भीड़ तीतर-बितर हुई। बंधक बने दरोगा अंजार आलम को छुड़ाया गया। पुलिस की तरफ से उपद्रवियों को खदेड़-खदेड़ कर पीटा गया। हालांकि, पुलिस फायरिंग की पुष्टि नहीं कर रही है। इसमें एक दर्जन ग्रामीण भी जख्मी हुए। घायल दरोगा और जवानों को सकरा अस्पताल में इलाज कराया गया। जबकि ग्रामीण छुपकर इलाज करा रहे हैं। पुलिस ने मौके से आधा दर्जन आरोपितों को हिरासत में भी लिया है।
तीन जवानों को दबिया से काटा
बताया जाता है रविवार देर रात करीब एक बजे सकरा पुलिस गांव में एक घर पर छापेमारी करने पहुंची। वहां पर तलाशी अभियान चलाया गया। लेकिन, शराब की बरामदगी नहीं हुई। पुलिस कार्रवाई देखकर आसपास के काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। शराब नहीं मिलने पर लोग आक्रोशित होकर पुलिस पार्टी से विवाद करने लगे। धीरे-धीरे मामला बढ़ता गया और ग्रामीणों ने मारपीट शुरू कर दिया। तीन जवानों को एक महिला ने दबिया से काटकर ज़ख्मी कर दिया। एक जवान को 25 टांके लगे हैं।
तीन पुलिसकर्मी का नहीं लगा पता
सकरा थाना के तीन पुलिसकर्मी लापता हैं। वे उक्त घटना के समय मौजूद थे। लेकिन, इसके बाद अचानक से छत पर से पथराव होने लगा। इस दौरान तीनो छुपने लगे थे। इसके बाद जब मामला शांत हुआ तो उन तीनों की खोजबीन की गई। लेकिन, देर रात तक तीनों के सम्बंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। पुलिस अपने सूत्रों से उनका पता लगाने में जुटी है।
Source : Dainik Bhaskar