मुजफ्फरपुर, कोरोना संक्रमण ने पुरे जिले के साथ साथ राज्य और पुरे देश क़ो अपने आगोश मे ले रखा है. हर तरफ मरीजों की कतार लगी हुई है. मरीज स्वस्थ भी हो रहे है. कुछ मरीज मर भी रहे है. इसी कोरोना ने मानवता के अलग अलग रूप दिखाना शुरु कर दिए है. कहीं ऑक्सीजन की किल्लत से मरीज मर रहे है तो कई जगह पर डॉक्टरों की लापरवाही से भी जाने जा रही है. लेकिन इन सब के बीच जिले से आज एक बड़ी ही अच्छी खबर निकल के सामने आयी है.
जँहा डॉक्टरों के अथक प्रयास से एक बुरी तरह संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ हो कर अपने घर चला गया. स्वस्थ होने पर उसने भावुक हो कर डॉक्टर क़ो गले लगा लिया. डॉक्टर ने भी उसे बुके देकर विदा किया. बताया गया की जिले के दामोदरपुर निवासी विकास सर्राफ कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए थे. इसके बाद उन्हें माड़ीपुर स्थित वैशाली कोविड केयर सेंटर अस्पताल में भर्ती कराया गया. देखते ही देखते हालत इतनी नाजुक हो गई कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया. 20 दिनों तक वेंटिलेटर पर लगातार विकास जीवन और मृत्यु के बीच लड़ते रहे. और आख़िरकार डॉक्टर के अथक प्रयास और अपने मनोबल के साथ कोरोना संक्रमण को मात दे दी.
विकास के परिजनों ने डॉक्टरों की तारीफ की और कहा कि ये भगवान का दूसरा रूप हैं लेकिन अगर इंसान हिम्मत रखता है तो कितनी भी बड़ी लड़ाई आसान हो जती ही. वहीं विकास का इलाज करने वाले डॉ गौरव वर्मा ने कहा कि जब मरीज आया तब स्थिति काफी क्रिटिकल थी लेकिन 20 दिनों तक वेंटिलेटर पर आने के बाद आखिरकार कोरोना को मात दी, ये ऐसा दूसरा केस है. इससे पहले भी एक मरीज लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद कोरोना को मात दे चुका है!