कोरोना संक्रमण की आशंका बढ़ने के बाद पटना में छह क्वारंटाइन सेंटर दुबारा चालू कर दिए गए हैं। इसमें दो राजधानी और चार देहात क्षेत्र में हैं। राजधानी में पाटलिपुत्रा अशोका में 165 और सगुना मोड़ स्थित राधा स्वामी आश्रम में 60 बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा बाढ़, दानापुर और पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय में भी क्वारंटाइन सेंटर चालू किए जा रहे हैं। होली के अवसर पर बाहर से आने वाले लोगों से संक्रमण की आशंका बढ़ने के मद्देनजर इसे चालू किया जा रहा है।
चिन्हित संक्रमितों को इन्हीं सेंटरों पर रखा जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. विभा सिंह ने बताया कि पटना जिले में अभी कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी कम है। नए केस भी कम ही मिल रहे हैं। जो लोग संक्रमित हैं, वे अपने घरों में ही आइसोलेशन को प्राथमिकता दे रहे हैं। ऐसे में अभी क्वारंटाइन सेंटर पूरी तरह से खाली हैं, लेकिन होटल पाटलिपुत्रा अशोक में 165 बेड और खगौल के राधा स्वामी सत्संग आश्रम में 60 बेड के आइसोलेशन सेंटर पूरी तरह से तैयार रखे गए हैं। अगर किसी कारण से संक्रमण बढ़ा तो लोगों को यहां रखने में कोई परेशानी नहीं होगी।
सभी पीएचसी को अलर्ट रहने के निर्देश
सिविल सर्जन ने बताया कि सभी पीएचसी को बाहर से आनेवाले लोगों को लेकर एलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें थ्री टी यानी ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की तैयारी रखने पर जोर देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों से लेकर आशा कार्यकर्ताओं की मदद लेने की सलाह दी गई है।
रेलवे स्टेशन-एयरपोर्ट से लिए गए 84 यात्रियों के रैंडम सैंपल
सिविल सर्जन ने बताया कि रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट से कुल 84 लोगों के रैंडम सैंपल लिए गए। सभी की आरटीपीसीआर जांच होगी। उन्होंने बताया कि बुधवार से बाहरी यात्रियों की तत्काल रिपोर्ट के लिए एंटीजन किट से भी जांच की शुरुआत होगी। बताया कि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर लोगों की जांच के लिए तीन-तीन टीम की तैनाती की गई है। इन जगहों पर 24 घंटे तीन शिफ्ट में जांच टीम मौजूद रहेगी। वहीं एयरपोर्ट पर दो टीम सुबह से आखिरी फ्लाइट बनाने तक तैनात रहेगी।
Input: Live Hindustan