जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को जहां 643 पॉजिटिव पाए गए वहीं, 15 लोगों ने दम तोड़ दिया। दर्जनभर मरीजों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दो दर्जन से अधिक लोग भर्ती होने के लिए अस्पताल संचालकों के संपर्क में हैं। अधिकतर निजी अस्पताल में बेड खाली नहीं होने से परेशानी बढ़ रही है।
जानकारी के मुताबिक एसकेएमसीएच में तीन महिलाओं समेत छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, प्रसाद हॉस्पिटल में तीन और आइटी मेमोरियल हॉस्पिटल में दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। इधर होम आइसोलेशन में रह रहे बैरिया परती टोला के एक व्यक्ति की मौत हो गई। कथैया थाना के हरपुर निवासी अरुण महतो की भी मंगलवार सुबह मौत हो गई। वे चार दिन पहले कोलकाता से आए थे। होम आइसोलेशन में रहने के दौरान उनकी स्थिति गंभीर हो गई और मंगलवार को दम तोड़ दिया। मुखिया पति शिव शंकर पंडित ने इसकी पुष्टि की है। इसी तरह दो और लोगों ने होम आइसोलेशन में ही दम तोड़ दिया।
हर जगह पर भर्ती होते रहे मरीज
एसकेएमसीएच में 28 नए संक्रमितों के भर्ती होने के साथ वहां 80 मरीज हो गए हैं। दो को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया और पांच को आइसीयू में भर्ती हैं। प्रसाद हॉस्पिटल में 55 बेड है, सभी फुल हैं। प्रबंधक अमर कुमार ने बताया कि सुबह में तीन लोगों की मौत हो गई और चार को डिस्चार्ज किया गया। वेटिग में दो दर्जन से अधिक लोग संपर्क में हैं। सात मरीजों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
आइटी मेमोरियल के प्रबंधक राजेश मिश्रा ने बताया कि कोरोना मरीजों के लिए 14 बेड सभी फुल हैं। दो मरीजों की मौत हो गई। वही वैशाली अस्पताल के प्रबंधक डॉ. विमोहन ने बताया कि उनके अस्पताल में कुल 35 मरीज भर्ती हैं। तीन वेंटिलेटर पर हैं। इनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। इधर मॉ जानकी हॉस्पिटल के संचालक वरीय चिकित्सक धीरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि उनके यहां 40 बेड हैं। इसमें सात मरीज भर्ती हैं। अशोका हॉस्पिटल के संचालक डॉ.सुभाष कुमार ने बताया कि उनके यहां 35 मरीजों का इलाज चल रहा है। इस प्रकार जिले में विभिन्न अस्पतालों में कुल 168 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें दर्जनभर की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
Input: Dainik Jagran