बिहार के मोतिहारी में हुए चिमनी हादसे में मरने वाले की संख्या 9 तक पहुंच गई है. मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की भी आशंका जताई जा रही है. दरअसल रामगढ़वा थाना क्षेत्र के चंपापुर नरीरगिर चौक के पास ईंट-भट्ठा में आग लगने के बाद उसके चिमनी में जबरदस्त धमाका हुआ था जिसके बाद वह नीचे गिर गया. चिमनी में दबने से 9 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 15 लोग जख्मी हैं जिसमें कई की हालत गंभीर है. घायलों को रक्सौल के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है.
घटना के बाद लोगों की भीड़ वहां दबे लोगों की तालाश में मलबे के सामने जुटी हुई. लोग इस उम्मीद में मलबे को हटाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि किसी की जिंदगी बचाई जा सके.
कैसे हुआ हादसा
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि पहली चिमनी फुंकाई की रस्म के बाद चिमनी में आग लगने और ऊपर तक धुआं पहुंचने का मजदूर जश्न मना रहे थे और मिठाइयां बांटी जा रही थी.
इस दौरान चिमनी के संचालक भी वहीं खड़े होकर धुआं निकलता हुआ देख रहे थे. इसी दौरान चिमनी में तेज धमाका हुआ और संचालक समेत 9 लोगों का जीवन हमेशा के लिए खत्म हो गया.
शुक्रवार को हादसा होने के बाद रात में कोहरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही थी, इसलिए दोबारा सुबह से बचाव और राहत कार्य शुरू किया गया. घटनास्थल से आज सुबह एक व्यक्ति का सिर और मोबाइल बरामद हुआ है. सभी मृतकों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है.
एसपी-डीएम ने किया घटनास्थल का दौरा
मृतकों में ईंट भट्ठा के संचालक इरशाद अहमद भी शामिल हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम शीर्षत कपिल अशोक और एसपी डॉ. कुमार आशीष समेत कई अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. घटना स्थल पर कई थानों की पुलिस भी कैंप कर रही है.
अभी दस एंबुलेंस को बचाव कार्य में लगाया गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलायी गई है. एसडीआरएफ और अग्निशमन दल की टीम मलबे को हटाकर उसमें दबे लोगों को निकालने में लगी है.
रात में मौसम खराब होने के बाद भी घने कोहरे में राहत और बचाव कार्य को जारी रखा गया. घटनास्थल के पास जेनरेटर और लाइट की व्यवस्था की गई है. डीएम ने अभी तक सात लोगों की मौत और नौ लोगों के जख्मी होने की पुष्टि की है.
घटना के संबंध में मोतिहारी के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि ईंट भट्ठा का चिमनी गिरने से कई लोग दब गए. जिसमें सात लोगों की मौत हुई है और नौ लोग जख्मी हैं. एक और शव मिलने की बात बतायी जा रही है लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी उसकी पुष्टि नहीं हुई है.
मृतक के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से सरकारी नियमों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा. डीएम ने कहा कि घटना की जांच भी करायी जाएगी लेकिन तत्काल राहत-बचाव कार्य पर ध्यान दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री राहत कोष से भी मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये जबकि घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा मिलेगा.
वहीं इस हृदय विदारक घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और CM नीतीश कुमार ने दुख जताया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईंट-भट्ठे की चिमनी फटने की दुर्घटना में मरने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.
दोनों नेताओं ने इस हादसे को अत्यंत दुखद बताया है और इस हादसे में मृत लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने दुख की इस घड़ी में मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.
इनपुट : आज तक