मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी जिले में कुत्ते और कुतिया की शादी धूमधाम से की गई. बैंड-बाजे के साथ कुत्ते की बारात निकाली गई. बारातियों ने जमकर डांस किया. इसके बाद भोज में गांव के करीब 400 लोग शामिल हुए. दोनों की शादी शुक्रवार की रात संपन्न हुई. इस शादी को लेकर इलाके में खूब चर्चा हो रही है.
मामला मोतिहारी जिले के मजूराहा गांव का है. कुत्ते और कुतिया की शादी की सारी रस्में हिंंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई. कुत्ते के सर पर सेहरा बांधा गया तो कुतिया को भी दुल्हन की तरह तैयार किया गया. बारात के लिए बैंड-बाजे के साथ-साथ डीजे भी बुक किया गया था. धूमधाम से बारात निकाली गई. बारातियों ने जमकर डांस किया. वरमाला के बाद पूरे गांव के लोगों को भोज खिलाया गया. शादी के बाद लोगों ने गिफ्ट भी दिए.
शादी से पहले दोनों का किया नामकरण
कुत्ते के मालिक नरेश सहनी और कुतिया की मालकिन सबिता देवी ने मिलकर शादी से पहले दोनों का नामकरण किया. कुत्ते का नाम कल्लू और कुतिया का नाम बसंती रखा गया. सबिता देवी ने कहा कि उन्होंने अपने बच्चो को लेकर मन्न मांगी थी. मन्नत पूरी होने के बाद दोनों की शादी कराई गई. शादी में 300 से 400 लोग पहुंचे थे. वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह की शादी उनलोगों ने इससे पहले कभी नहीं देखी थी.
लोगों के बीच चर्चा का विषय
कल्लू (कुत्ता) और बंसती (कुतिया) की शादी को लेकर लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि शादी में गांव के लोगों के अलावा कुछ दूसरे गांव से भी लोग पहुंचे थे. इस शादी को कराने वाले पंडित धर्मेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि कुत्ते और कुतिया की शादी सभी को करानी चाहिए. ये भैरव के रूप होते हैं. इस तरह की शादी कराने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.
Source : abp news
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