दुनिया में अलग-अलग देशों के अपने खाने के आइटम्स (Food Items Of Different Countries) होते हैं. हर देश का खानपान वहां के वातावरण के हिसाब से अलग होता है. इसके पीछे वजह होती है लोगों की बॉडी की जरुरत. जैसा वातावरण वैसी जरुरत. उस हिसाब से वहां का खान-पान. लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि आने वाले कुछ ही सालों में आपके खानपान का तरीका बदल जाएगा तो? जी हां, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक स्टडी के आधार पर दावा किया है कि आने वाले कुछ ही सालों में दुनिया भर के लोगों को जिंदा रहने के लिए कीड़े-मकौड़े और एल्गी (Algae) खाने की नौबत आ जाएगी. ऐसा होगा दुनिया में खाने की कमी की वजह से. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के कई वैज्ञानिकों ने मिलकर बीते कुछ समय में एक शोध किया.

यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ एक्सिसटेंशियल रिस्क के रिसर्च असोसिएट असफ जाचोर (Asaf Tzachor) ने अब लोगों के सामने इस शोध के नतीजे लाए हैं. असफ ने बताया कि दुनिया अभी सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है. दुनिया में महामारी फैली है. कई देशों के जंगलों में भीषण आग लगी है. कई प्राकृतिक आपदाएं आ रही है. इस तरह की मुसीबतों की वजह से दुनिया में सिर्फ कुछ ही सालों में अनाज की किल्लत हो जाएगी. इस वजह से इंसानों को जिन्दा रहने के लिए भी स्ट्रगल करना पड़ेगा. ऐसे में जिंदा रहने की जंग में लोग कीड़े के लार्वा और समुद्री घास खाने को मजबूर हो जाएंगे.

मछलियों सी हो जाएगी डायट

असफ ने बताया कि महामारियों के बीच दुनिया के ज्यादातर देशों में अनाज की पैदावार कम हुई है. ऐसे में लोगों के भविष्य का खाना बदल जाएगा. जहां अभी लोग दाल, सब्जी, रोटी या चावल खाते हैं, इनका उत्पादन बंद हो जाने की वजह से लोगों को कीड़े के लार्वा और एल्गी खाना पड़ेगा. ये फंगस प्रोटीन रिच होता है. मछलियां अभी इसी डायट को फॉलो करती हैं. आने वाले समय में होने वाली अनाज की कमी के कारण इंसान भी यही सब खाना शुरू करेगा.

तेजी से फ़ैल रहा लार्वा बनेगा वजह

रिसर्च में शामिल वैज्ञानिकों के मुताबिक, अभी के वातावरण में लार्वा और एल्गी ही तेजी से फ़ैल रहा है. इनके ग्रोथ के लिए ज्यादा देखरेख की जरुरत नहीं पड़ रही है. ऐसे में ज्यादा मात्रा में इनकी पैदावार हो रही है. जब दुनिया से अनाज खत्म हो जाएगा तब इनसे ही पेट भरेंगे. वैसे भी ये दोनों ही प्रोटीन के अच्छे सोर्स हैं. रिसर्च में कहा गया कि अभी भी कई एशियाई देशों में कीड़े खाए जाते हैं. ऐसे में आने वाले समय में अगर यही मुख्य जाए तो इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए.

घर पर ही कर पाएंगे कीड़ों की खेती

असफ ने बताया कि लोग खाने के लिए इन कीड़ों की खेती करेंगे. इसे घर के बाहर ही पैदा किया जा पाएगा. अब आने वाले समय में इंसान ये नहीं सोचेगा कि खाने का टेस्ट कैसा है? बल्कि अब सिर्फ जिंदा रहने के लिए भी खाना पड़ेगा. ऐसे में लोग इन कीड़ों को बिना हिचकिचाहट के खा जाएंगे. हालांकि, असफ ने साफ़ कहा कि कीड़ों में भी इंसान कई वैरायटी पाएगा. ऐसे में वो इनसे बोर नहीं हो पाएगा.

Source : News18

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