राकेश कुमार पिंटू मुजफ्फरपुर के महापौर बन गए हैं। शनिवार को हुए चुनाव में उन्होंने नंद कुमार साह को दो वोटों से हराया। राकेश कुमार को 24 और नंद कुमार साह को 22 वोट मिले। एक वोट रद कर दिया गया। मालूम हो कि सुरेश कुमार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर महापौर पद का चुनाव कराया गया। कुल 49 वार्ड पार्षदों में से संजीव चौहान के निधन के कारण 48 पार्षदों को महापौर का चुनाव करना था। बीमार होने के कारण वार्ड पांच की पार्षद सीमा कुमारी मतदान में हिस्सा नहीं ले सकीं। कुल 47 पार्षदों ने चुनाव में हिस्सा लिया।
परिणाम की घोषणा करते हुए निर्वाची पदाधिकारी व डीएम प्रणव कुमार ने कहा कि गुप्त मतदान से चुनाव कराया गया। इसमें राकेश कुमार पिंटू दो वोटों से विजयी हुए। समय कम, फिर भी करूंगा विकास :.जीत के बाद महापौर राकेश कुमार पिंटू ने कहा कि पांच माह का ही कार्यकाल बचा है। कम समय के बाद भी विकास कार्य करूंगा। शहर को जलजमाव से मुक्त करना प्राथमिकता होगी। निर्णय स्वीकार : महापौर पद पर दूसरी बार पराजित हुए नंद कुमार प्रसाद साह ने कहा, पार्षदों का निर्णय स्वीकार है। यह हार या जीत नहीं मतदाता का निर्णय है। मालूम हो कि निगम चुनाव के बाद नंद कुमार प्रसाद साह और सुरेश कुमार के बीच महापौर पद के लिए मुकाबला हुआ था। तब नंद कुमार महज एक वोट से हारे थे।
इससे पहले समाहरणालय के सभागार में सुबह 11:30 बजे से चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई। निर्वाची पदाधिकारी व डीएम प्रणव कुमार ने निर्वाचन प्रक्रिया शुरू होने के एक घंटे के भीतर सभी पार्षदों को उपस्थित होने को कहा था। इसके बाद मतदान प्रक्रिया आरंभ की गई थी। जिसका परिणाम नंद कुमार साह के खिलाफ गया।
राकेश कुमार पिंटू और नंद कुमार साह में टक्कर
सुरेश कुमार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद मेयर पद का चुनाव कराना पड़ा था। राकेश कुमार पांच माह के कार्यकाल के लिए ही मेयर चुने गए हैं। आज होने वाले चुनाव में पार्षद राकेश कुमार पिंटू और नंद कुमार साह में सीधी टक्कर थी। हालांकि शहर की राजनीति करने वालों का कहना है कि पर्दे के पीछे से विधायक,पूर्व विधायक, पूर्व मेयर व उपमेयर ने एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ था।
Source : Dainik Jagran