मुजफ्फरपुर, पान मसाला व्यवसायी गोविंद ड्रोलिया हत्याकांड के विरोध में शहर के व्यवसायी सड़क पर उतर गए। इस दौरान शहर की सभी प्रमुख दुकानें बंद रही। कुछ छोटे-छोटे दुकानदारों द्वारा दुकानें खोल दी गई थी, लेकिन एकजुट होकर उसे भी लोगों ने बंद करा दिया। चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पुरुषोत्तम लाल पोद्दार ने पहले से ही शहर बंद का आह्वान कर रखा था। पुलिस को दिया गया तीन दिनों का अल्टीमेटम आज समाप्त हो गया। व्यवसाइयों में इस हत्या के खिलाफ भारी आक्रोश है। बंद के दौरान मुजफ्फरपुर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इस बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेस और राजद समेत कई दलों का समर्थन भी व्यपारियों को मिला है। सुबह 11 बजे से राजद कार्यकर्ता वसीम अहमद मुन्ना, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार समेत सैंकड़ो लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरकर नारेबाजी कर रहे हैं।
पुलिस गश्ती नहीं करती
राजद के वसीम अहमद मुन्ना ने कहा कि अपने काम में पुलिस हो चुकी है। गश्ती के नाम पर खानापूर्ति कर रही। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि व्यवसाइयों को सुरक्षा प्रदान की जाए। व्यवसायी टैक्स भरते हैं। लेकिन, सुरक्षा के नाम पर उन्हें पुलिस की तरफ से कुछ नहीं मिलता है।
बंद रहा मुख्य बाजार
शहर का मुख्य बाजार सुबह से बंद रहा। सुतापट्टी, सोनारपट्टी, कंनीबाग, सरैयागंज, गोला रोड और मोतीझील बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। घटना से आक्रोशित व्यवसायी सड़क पर उतरकर पुलिस प्रशासन हाय-हाय का नारा लगा रहे थे। सरैयागंज टावर पर आक्रोशित लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। मार्केट में घूम-घूमकर नारेबाजी भी कर रहे थे। कुछ व्यवसाई काला झंडा लेकर पुलिस को आइना दिखा रहे हैं।
तीन दिनों पहले हुई थी व्यवसाई की हत्या
तिलक मैदान रोड के व्यवसाई गोविंद ड्रोलिया को दरवाजे पर गोली मारकर अपराधियो ने हत्या कर दी थी। इस घटना को कई दिन बीतने के बाद भी पुलिस एक भी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यहां तक कि हत्या किस वजह से हुई। इसका भी पता पुलिस को नहीं लग पाई है।
इनपुट : जागरण