मुजफ्फरपुर, सकरा {एम. रहमान}। देशभक्ति के जज्बे और वर्दी की चाह के कदमताल से कांटों के बीच राह निकल आई। श्रम की साधना से दुर्गम रास्ता सुगम हो गया। सकरा प्रखंड की विशुनपुर बघनगरी पंचायत के युवाओं ने सेना में भर्ती होने की तैयारी के लिए सर्वोदय हाईस्कूल परिसर की अनुपयोगी जमीन को उपयुक्त मैदान बना दिया। एक महीना पहले तक जहां लोग जाने से बचते थे। शाम होते सन्नाटा पसर जाता था। अब वहां एक-दूसरे में जोश भरते युवा दिखते हैं। शारीरिक दक्षता के लिए रेसिंग ट्रैक, जिगजैग, दंड बैठक की व्यवस्था की गई है।
श्रमदान से बदल गया नजारा
बघनगरी में कोई मैदान नहीं है, शारीरिक दक्षता के अभ्यास में दिक्कत होती थी। उन्हें ग्रामीण या दूसरी सड़क पर दौड़ लगानी पड़ती थी। रोज की तैयारी में बड़ी बाधा थी। युवाओं ने आनंद मिश्रा के नेतृत्व मे बैठक कर सर्वोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के निकट खाली जमीन को दौडऩे लायक बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए वाट्सएप गु्रप बनाकर युवाओं को जोड़ा गया। करीब 15 दिन के श्रमदान से यहां का नजारा बदल गया।
चंदा कर जुटाई रकम
आनंद के अनुसार, तैयारी में जुटे युवकों से 50 से 100 रुपये लेकर राशि जमा की गई। रेसिंग ट्रैक बनाने के लिए सबसे पहले परिसर की सफाई की गई। झाडिय़ों को काटकर ट्रैक्टर से 16 फीट चौड़ा और 400 मीटर लंबा ट्रैक तैयार किया गया। पानी छिड़काव कर रोलिंग कराई गई। अब यहां रोजाना 50 से अधिक युवाओं की दौड़ जारी है।
मैदान पर सुबह 5:30 से 7:30 बजे तक दौड़ व अन्य गतिविधियां होती हैं। शाम में फुटबाल या अन्य खेल होता है। युवाओं प्रशिक्षण दे रहे सेवानिवृत्त सैनिक शिवचंद्र मिश्रा कहते हैं कि सैन्य भर्ती के मानकों पर तैयारी कराई जाती है। यहां के अधिक से अधिक युवा सेना में जाएं, इसका प्रयास है।
विद्यालय के प्राचार्य रवि रंजन का कहना है कि युवाओं को प्रैक्टिस करते देख अच्छा लगता है। विद्यालय के पास नौ एकड़ जमीन है। चहारदीवारी का अभाव होने के कारण दिक्कत होती है। रेसिंग ट्रैक बनने से बच्चों का शारीरिक विकास होगा।
पंचायत के 200 लोग सेना में
मुखिया बबीता कुमारी का कहना है कि 12 हजार की आबादी वाली पंचायत में 200 से अधिक लोग तीनों सेना में विभिन्न पदों पर हैं। 200 से अधिक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। ये लोग नई पीढ़ी को सेना में भर्ती होने के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं। इनकी जिम्मेदारी सेना में भर्ती के लिए सभी प्रकार से युवाओं को तैयार करने की है। पंचायत में खेल मैदान का निर्माण हो तो युवाओं में जागरूकता आएगी। इसके लिए वे संबंधित अधिकारियों को पत्राचार करेंगी।
इनपुट : जागरण