एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड से गायब चमकी बुखार से पीड़ित बच्चा नजरे आलम(12 वर्ष) वैशाली जिले से बरामद हो गया है. उसको भगवानपुर थाना क्षेत्र स्थित सामुदायिक केंद्र में पुलिस ने इलाज के लिए भर्ती करा रखा था. वह शुक्रवार की शाम पुलिस को सड़क किनारे बेहोशी की हालत में मिला था. बच्चा बरामद होने की सूचना पर परिजन भगवानपुर सामुदायिक केंद्र पहुंच कर अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर समस्तीपुर जिले के बंगरा थाना क्षेत्र रहिमाबाद स्थित घर ले गये हैं.
पीआइसीयू से हुआ था गायब
बच्चे की हालत अभी भी खराब है. उसके माता- पिता फिर से इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराने की सोंच रहे हैं. नजरे आलम के पिता मो. इस्लाम ने बताया कि उसका बेटा चार दिनों से पीआइसीयू में भर्ती होने के कारण अस्पताल में रहना नहीं चाह रहा था. शुक्रवार की सुबह वह घर जाने की जिद कर रहा था. इस बीच वह बेड से उतर कर बाहर निकल गया तो उसकी मां डांटकर बेड पर पहुंचा दिया.
पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया
कुछ देर बाद मौका पाते ही वह वार्ड से निकल कर भाग निकला. गेट पर वह बस पकड़ कर वैशाली जिले के भगवानपुर चला गया. वहां भटकते-भटकते सड़क किनारे बेहोश हो गया. तो पुलिस ने उसको अस्पताल में भर्ती कराया है. मो. इस्लाम ने बच्चा बरामद होने की सूचना अहियापुर थानेदार विजय कुमार सिंह व मेडिकल ओपी प्रभारी आदित्य कुमार को दे दी है.
सद्भावना एक्सप्रेस से मिला नाबालिग बच्चा
रक्सौल. रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम की ओर से सद्भावना एक्सप्रेस से एक भटके हुए नाबालिग बच्चें को बरामद करते हुए बाल गृह मोतिहारी भेजा गया है. रेलवे चाइल्ड लाइन के समन्वयक अभिषेक कुमार के द्वारा स्टेशन से उक्त नाबालिग बच्चे की जब काउंसलिंग की गयी तो चला कि वह अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहा था, लेकिन परिवार से भटक गया.
बाल गृह मोतिहारी में भेजा गया
रक्सौल स्टेशन पहुंचने पर रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम के द्वारा उसके परिवार को खोजने का प्रयास किया गया. लेकिन परिवार से संपर्क नहीं हो सका. इसके बाद जीआरपी रक्सौल की मदद से बच्चें को बाल गृह मोतिहारी में आवासित किया गया है. मौके पर अभिषेक कुमार, हेमंत कुमार, साक्षी कुमारी सहित अन्य मौजूद थे.
इनपुट : प्रभात खबर